भारतीय कप्तान विराट कोहली श्रीलंका के बदलाव के दौर संबंधी मसलों पर उनके कोच निक पोथास के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं। लेकिन वह ऐसा वर्तमान एकदिवसीय श्रृंखला समाप्त होने के बाद ही करेंगे। कोहली से बुधवार को पोथास की उस टिप्पणी के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अभी उनकी टीम बदलाव के दौर की जिन समस्याओं से जूझ रही है, उस पर वे भारतीय टीम प्रबंधन से बात करेंगे। कोहली ने शुक्रवार को होने वाले दूसरे वनडे की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘हमारी अभी तक किसी तरह की बातचीत नहीं हुई है। ऐसी चीजें श्रृंखला समाप्त होने के बाद ही हो सकती हैं। अगर वे पहल करते हैं तो ऐसा छह सितंबर के बाद ही हो पाएगा।’’ दांबुला में पहले वनडे में करारी हार के बाद श्रीलंकाई टीम को दर्शकों का गुस्सा झेलना पड़ा था। कोहली ने कहा, ‘‘देखिए किसी भी टीम के लिये परिवर्तन के दौर से गुजरना मुश्किल भरा होता है। जब हम देश के लिए खेल रहे होते हैं तो टीम के रूप में हमें अधिक जिम्मेदारी लेनी होती है। हमें केवल अपनी मानसिकता बदलनी होती है। ’’
कप्तान कोहली ने मैदान पर जीतने के जज्बे के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, इससे फर्क नहीं पड़ता कि हम 60 मैच खेलने वाली टीम से मुकाबला कर रहे हैं। अगर हम मानसिक तौर पर तैयार हैं तो हम जीत सकते हैं। उन्होंने कहा, हमने फैसला किया है कि हम उस तरह से खेलेंगे, जहां हमारे लिए अनुभव ज्यादा मायने न रखता हो। गौरतलब है कि भारत ने दांबुला में खेले गए पहले वनडे मैच में श्रीलंका को 9 विकेट से रौंद डाला था। शिखर धवन ने 132 और विराट कोहली ने शानदार 82 रन की पारी खेली थी।
इस मैच में शिखर धवन और विराट कोहली ने कई रिकॉर्ड्स भी बना डाले थे। धवन ने 71 गेंदों पर शतक जड़ा था। इसी के साथ वह श्रीलंका के खिलाफ दूसरा सबसे तेज वनडे शतक जड़ने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। यह धवन के करियर की 11वीं सेंचुरी थी। अब वह विश्व क्रिकेट में 40वें और भारत के 9वें एेसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने वनडे क्रिकेट में 11 सेंचुरी जड़ी हैं। अन्य 39 खिलाड़ियों में तीन ही एेसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने धवन से कम पारियां खेलकर 11 शतक जड़े हैं।