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कमलनाथ की कपिला गाय हो गयी EOW, मेरे चरित्र की हत्या की हो रही कोशिश : नरोत्तम मिश्रा

भोपाल। ई-टेंडरिंग घोटाले की जांच के बाद मध्यप्रदेश में जमकर सियासत गर्माई हुई है। नेताओं द्वारा लगातार बयानबाजी का दौर जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान और उमा भारती के समर्थन के बाद पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ सरकार को फिर से बड़ी चुनौती दी है। मिश्रा ने इस बार फिर सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई करने की चुनौती दी है। मिश्रा ने कहा है कि मैं छात्र जीवन से राजनीति कर रहा हूं और मैं चुनौती देता हूं सुबूत हो तो मेरे खिलाफ कार्रवाई करे। उन्होंने आरोप लगाया कि ईओडब्ल्यू कमलनाथ की कपिला गाय हो गयी है, ई टेंडर के माध्यम से मेरे चरित्र की हत्या करने की कोशिश की जा रही है|

दरअसल, आज मीडिया से चर्चा के दौना मिश्ना ने कहा है कि ई टेंडर में कुछ नहीं मिला तो आयकर विभाग की मदद से पुराने मुद्दे उखाड़ रहे है। मैं छात्र जीवन से राजनीति कर रहा हूं और मैं चुनौती देता हूं सुबूत हो तो मेरे खिलाफ कार्रवाई करे। मिश्रा ने कहा कि ईओडब्ल्यू कमलनाथ की कपिला गाय हो गयी है , सरकार मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है। मेरे यहां आज तक कोई छापा नहीं पड़ा है। मुकेश शर्मा के यहां जो छापा पड़ा उसमें मेरा नाम इन्टेन्सनली शामिल किया गया। मिश्रा यही नही रुके और आगे कहा कि सरकार का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ ध्यान भटकाना है इसलिए ई टेंडर की बात की जा रही है। ई टेंडर में 7 विभाग भी शामिल है लेकिन उन किन्ही विभाग के अधिकारियों को शामिल नहीं किया गया| ई टेंडर के माध्यम से मेरे चरित्र की हत्या करने की कोशिश की जा रही है।

शिवराज और उमा का मिला साथ

मिश्रा पर उठते सवालों के बाद बीजेपी उनके बचाव में आ गई है। मिश्रा को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उमा भारती का समर्थन भी मिला है ।सोमवार को शिवराज ने मीडिया से चर्चा के दौरान सरकार पर जमकर निशाना साधा है और कहा कि नरोत्तम मिश्रा पार्टी के वरिष्ठ नेता है, कांग्रेस सरकार उन्हें जबरन फंसाने की कोशिश कर रही है, जब ई टेंडर मैं कुछ काम ही नहीं हुआ तो घोटाला कैसा। उन्होंने कहा पूरी पार्टी नरोत्तम मिश्रा के साथ खड़ी है यह सिर्फ दबाव बनाने की राजनीति है। इससे पहले उमा भारती ने ट्वीट कर कहा था कि मैं नरोत्तम मिश्रा को 1985 से जानती हूं वह मेरे सशक्त सहयोगी रहे हैं एवं मध्य प्रदेश के भाजपा के सशक्त आधार है, अचानक उनकी छवि को खराब करने का सरकार का कुत्सित प्रयास निंदनीय है। मप्र में सरकार बने हुए 7 महीने हो चुके हैं अचानक इस प्रकार की कार्रवाई यह इंगित करती है कि मिश्रा का मनोबल गिराने का प्रयास है। नरोत्तम मिश्रा भाजपा के एक समर्थ कार्यकर्ता एवं मजबूत इरादों के व्यक्ति हैं उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। मैं एवं बीजेपी पूरी तरह से उनके साथ हैं।

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