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69000 शिक्षक भर्ती को रद्द कर तत्काल हो उच्चस्तरीय जांच- बंटी पाण्डेय

प्रयागराज: यूपी में 69000 सहायक अध्यापकों की शिक्षक भर्ती पर अगर हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने रोक नही लगाया होता तो शायद आज नतीजा कुछ और होता।भर्ती प्रकिया पर स्टे के बाद जो खुलासे सामने आरहे हैं वो बहुत ही गंभीर हैं उसको देखने के बाद ये स्पष्ट हो रहा कि इस शिक्षक भर्ती में खूब जमकर धांधली हुई है।इस शिक्षक भर्ती को लेकर लोगो के द्वारा बड़ा आरोप लगाया है जा रहा कि सरकार ने युवाओं के साथ धोखाधड़ी किया है।इस पूरी भर्ती को रद्द किया जाए और इसकी उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए।प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि इस सरकार के संरक्षण में बहुत बड़ा गिरोह चल रहा है जिसके द्वारा इस शिक्षक भर्ती में युवाओं के साथ धोखाधड़ी किया गया। इसलिए 69 हज़ार शिक्षक भर्ती को तत्काल निरस्त किया जाए और इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।इस भर्ती में सैकड़ों करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। सरकार को बताना चाहिए कि क्या ऐसे घोटालों से वह चुनाव का पैसा इकठ्ठा कर रही है।केएल पटेल जो कि शिक्षा माफिया है, इस भर्ती में इलाहाबाद में उसकी भूमिका सामने आई है और केएल पटेल तो छोटी मछली हैं।जांच होगी तो बड़े बड़े लोग सामने आएंगे। चंद्रमा यादव और मायापति दुबे को stf की टीम अभी तक पकड़ नही पायी है जो 69000 शिक्षक भर्ती में जमकर धांधली करवाये थे अभी उनका कोई पता नही चल पा रहा किसी बिल में छुपे हैं या किसी नेता का उन्हें संरक्षण मिल रहा कुछ कह पाना आसान है। वहीं बंटी पाण्डेय 69000 शिक्षक भर्ती के प्रतियोगी छात्र हैं उनका कहना है कि यह उत्तर प्रदेश का व्यापमं घोटाला है।इसके पहले भी 68500 शिक्षक भर्ती में भी गड़बड़ी हुई थी। कोर्ट ने फटकार लगाई थी और कहा था कि सरकार कुटिल राजनीति कर रही है।उन्होंने कहा कि अब 69 हज़ार भर्ती प्रक्रिया में शुरू से युवाओं के साथ धोखाधड़ी हुई।हर परीक्षा की तरह इस परीक्षा में भी पेपर लीक हुआ है।टॉपर का पता नहीं चल रहा था, पता चला तो उसे राष्ट्रपति का नाम पता नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में शिक्षा विभाग में एक बड़ा नेटवर्क चल रहा है।एक शिक्षिका 25 जगह से वेतन ले रहीं हैं।यह सब मुख्यमंत्री जी के संरक्षण में गिरोह चलाया जा रहा है या बड़े नेताओं का हाँथ है इसकी CBI जांच होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि जिस इलाहाबाद के शिक्षा माफिया की बात सामने आई है,उनके तार मुख्यमंत्री एवम शिक्षामंत्री से जुड़ा हुआ है कि नहीं इसकी भी CBI जांच होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि यह भर्ती पूरी ही संदिग्ध है।एमआरसी की प्रक्रिया से लेकर विकलांग कोटा एवम आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का भारी नुकसान हुआ है।यह सरकार सामाजिक न्याय की हत्या करने पर उतारू है।तमाम जिलों से सूची में फेरबदल किया गया है।उन्होंने कहा कि सरकार दलितों पिछड़ों के हक़ पर डाका डाल रही है।उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है। इस सरकार में कोई ऐसी भर्ती नहीं है जो निष्पक्ष हुई हो।सारी भर्ती आती हैं और तुरंत कोर्ट की शरण मे चली जाती हैं बिना कोर्ट गए कोई भर्ती प्रक्रिया पूरी नही हो पा रही है।अब उत्तर प्रदेश का युवा क्या करे जहाँ 8 से 10 लाख रुपये में पेपर बिक जा रहें हैं।बंटी पांडेय जी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी को प्रार्थना पत्र देकर यह निवेदन किया है कि इस शिक्षक भर्ती का पेपर दुबारा कराया जाय जिससे उत्तर प्रदेश के किसी भी युवा साथी के साथ अन्याय न हो।बंटी पाण्डेय जी ने बताया कि इस 69 हजार शिक्षक भर्ती में हुई धांधली एवम भर्ती को रद्द करने के सम्बंध में लखनऊ खंडपीठ में एक याचिका 9853/2020 अजय ओझा के नाम से डाली जा चुकी है जिसकी सुनवाई अगले सप्ताह होने की प्रबल संभावना है।

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