खेलकूदसुर्खियां

रणजी ट्रॉफी के चौथे क्वार्टर फाइनल हनुमा विहारी ने लेफ्टी बनकर की बल्लेबाजी फिर दिखाया सिडनी वाला जज्बा

इन दिनों रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy 2022-23) में आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच चौथा क्वार्टर फाइनल मैच खेला जा रहा है. इंदौर के होल्कर के स्टेडियम में खेले जा रहे जा रहे इस मैच में एक ऐसा वाक़या देखने को मिला, जिसे देख सभी हैरान हो गए. इस मैच में आंध्र प्रदेश के कप्तान हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने एक बार फिर अपना सिडनी वाला जज्बा दिखाया. दरअसल, मैच के दूसरे दिन हनुमा विहारी अपनी टूटी कलाई के साथ मैदान पर उतरे.

दाएं हाथ के बल्लेबाज़ विहारी ने अपनी टूटी कलाई के चलते बाएं हाथ (लेफ्ट हैंड) से बल्लेबाज़ी की और 57 गेंदों में 27 रनों की पारी खेली. उनकी इस पारी में कुल 5 चौके शामिल रहे. दूसरे दिन आंध्र प्रदेश अपनी पहली पारी में 379 रनों पर ऑलआउट हुई. इसमें रिकी भुई और करण शिंदे ने शतकीय पारी खेली. रिकी भुई ने 18 चौके औक एक छक्के की मदद से 149 रन बनाए. वहीं करण शिंदे ने 12 चौके और 2 छक्कों की मदद से 110 रनों की पारी खेली.

कैसे लगी थी चोट

दरअसल, मैच के पहले दिन हनुमा विहारी मध्य प्रदेश के तेज़ गेंदबाज़ आवेश खान की गेंद पर चोटिल हुए थे. उनकी उल्टी कलाई में चोट लगी थी. आवेश खान की बाउंसर के बाद विहारी 37 गेंदों में 16 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गए थे. उनकी कलाई में फ्रैक्चर निकला है. इसके बाद भी वो दूसरे दिन ज़रूरत पड़ने पर अपनी टीम के लिए बल्लेबाज़ी के लिए मैदान पर उतरे. विहारी 9वां विकेट गिरने के बाद दोबारा बल्लेबाज़ी के लिए आए थे और उन्होंने अपनी चोट की वजह से लेफ्ट हैंड बैटिंग की. उन्होंने अपनी टूटी कलाई के साथ 37 गेंदों में 16 रन बनाए. आंध्र प्रदेश ने 353 रनों पर अपना 9वां विकेट गंवाया था.

2021 में सिडनी में दिखाया था यह जज्बा

गौरतलब है कि विहारी ने ऐसा पहली बार नहीं किया है कि जब वो चोटिल होने के बाद अपनी टीम के लिए मैदान पर उतरे हों. इससे पहले उन्होंने 2021 में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में अपनी चोट के साथ बल्लेबाज़ी की थी. उस मैच में उन्होंने 161 का सामना करते हुए 23 रनों की नाबाद पारी खेली थी.

Related Articles

Back to top button