मध्यप्रदेश में कोविंद के लिए क्रॉस वोटिंग, कांग्रेस और बसपा ने दिए वोट
भोपाल राष्ट्रपति चुनावों में मध्यप्रदेश से बड़ी खबर आ रही है, यहां पर क्रॉस वोटिंग की जानकारी सामने आई है। एनडीए के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद को मध्यप्रदेश से 168 की जगह 171 वोट मिले हैं। तय उम्मीद से तीन ज्यादा। माना जा रहा है, इनमें एक वोट कांग्रेस और दो वोट बसपा खेमे से आए हैं।
दरअसल, मध्यप्रदेश विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या 230 है। लेकिन एक सीट रिक्त होने और नरोत्तम मिश्रा को वोट डालने का अधिकार नहीं होने के कारण 228 विधायकों ने ही वोट किए। भाजपा विधायकों की संख्या 165 है, जबकि तीन निर्दलीय विधायक भी हैं। कांग्रेस के विधायकों की संख्या 56 है और चार विधायक बसपा के हैं। इस गणित के हिसाब से एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को भाजपा के 165 वोट मिलने थे। इस आंकड़े में अगर तीनों निर्दलीयों के वोट भी जोड़ लिए जाएं तो वोटों की संख्या 168 तक पहुंचती है। लेकिन गिनती में कोविंद को 171 विधायकों के वोट मिले हैं। मतलब तीन वोट ज्यादा मिले हैं। यह क्रॉस वोटिंग से ही आए हैं।
राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने वोटों की सेंधमारी की तैयारी पहले से ही की हुई थी। अगर सूत्रों पर भरोसा करें तो कांग्रेस से एक वोट आया है, जबकि दो वोट बसपा से मिले हैं। हालांकि कुछ सूत्र यह भी कह रहे हैं कि बसपा से तीन वोट मिले हैं, क्योंकि भाजपा के पक्ष में सिर्फ दो ही निर्दलीयों ने वोट किए हैं।
एक दिन पहले ही विधानसभा में हुआ था खुलासा
क्रॉस वोटिंग का खुलासा एक रोज पहले ही विधानसभा में प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने बहस के दौरान किया था। स्थगन पर चर्चा के दौरान हो रही बहस में जब कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी कुछ बोलने के लिए खड़े हुए तो विश्वास सारंग ने कहा था कि आपके यहां पर ही एकता नहीं है। आपके विधायक हमारे साथ खड़े हुए हैं। एक विधायक ने हमारे पक्ष में वोट किया है। इसके बाद ही इस बात की संभावना बन गई थी कि चुनाव में क्रॉस वोटिंग हुई है। लेकिन बसपा विधायकों से क्रॉस वोटिंग की उम्मीद किसी को नहीं थी।