विधानसभा के शीतकालीन सत्र में साढ़े तीन हजार सवालों से घिरेगी राज्य सरकार
चौदहवीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र में करीब साढ़े तीन हजार से ज्यादा सवालों से विधायकों ने सरकार को घेरने की तैयारी की है। विपक्ष इस सत्र में भांवातर योजना, किसानों, महिला अपराध और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार पर तीखे हमले करने वाला है। इन्हीं मुद्दों से जुड़े सवालों की संख्या ज्यादा बताई जा रही है।
विधानसभा के दस बैठकों वाले शीतकालीन सत्र की शुरूआत चित्रकूट विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक नीलांशु चतुर्वेदी की शपथ के साथ होगी। सूत्र बताते हैं कि विधानसभा सचिवालय ने नीलांशु चतुर्वेदी को शीतकालीन सत्र में आने का आमंत्रण भेज दिया है। 27 नवंबर को सत्र की शुरूआत उनकी शपथ से होगी और फिर विधायक महेंद्र सिंह कालूखेड़ा व रामसिंह यादव सहित विभिन्न् गणमान्य लोगों के निधन का उल्लेख किया जाएगा। श्रद्धांजलि के बाद पहले दिन की कार्रवाई समाप्त हो जाएगी।
1352 सवाल ऑनलाइन आए
शीतकालीन सत्र में विधायकों ने 3 हजार 635 प्रश्न किए हैं। इनमें से 1836 तारांकित और 1799 अतारांकित प्रश्न हैं। विधायकों ने इस बार करीब 37 फीसदी से ज्यादा सवाल ऑनलाइन किए हैं। यह संख्या इस सत्र में 1353 पहुंच गई है, जबकि ऑफलाइन सवालों की संख्या 2282 है। साथ ही शीतकालीन सत्र में तीन अशासकीय संकल्प और नियम 139 की दो सूचनाएं भी कार्रवाई में शामिल हैं।
किसान, भावांतर योजना से निशाना
सूत्रों का कहना है कि चुनावी वर्ष शुरू होने से इस बार विपक्ष सरकार को हर मुद्दे पर घेरने का प्रयास करेगा। इसके लिए कांग्रेस विधायक दल ने फिलहाल रणनीति नहीं बनाई है, लेकिन इसके लिए सत्र के पहले दिन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद 27 नवंबर को बैठक बुलाए जाने की संभावना है।
प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों ने प्रमुख रूप से भावांतर योजना, भोपाल गैंगरेप, फसल बीमा नहीं मिलने, किसानों की आत्महत्या, महिला अपराध, कानून व्यवस्था, टीकमगढ़ में किसानों की पिटाई, खराब सड़कों आदि को टारगेट बनाया है।
यही नहीं, हाल ही में सरकार द्वारा लाई गई रेत नीति पर भी विपक्ष सरकार की घेराबंदी करेगा तो ग्वालियर में नाथूराम गोडसे के मंदिर व मुरैना में गांधी प्रतिमा के साथ अपमान के मुद्दों पर सरकार पर दोमुंही नीति अपनाने के आरोप लगाने की तैयारी में है। हालांकि भाजपा विधायक दल भी विपक्ष के हमलों से निपटने के लिए शुक्रवार को रणनीति बनाने जा रहा है।