शिवराज के विधानसभा क्षेत्र में भ्रष्टाचार की भेट चढ़ी करोड़ों की सड़कें
सड़कों को लेकर छिड़ी सियासत के बीच एक चिट्ठी ने सीएम शिवराज के विधानसभा बुधनी की सैकड़ों किलोमीटर सड़कों की पोल खोल दी है.
दरअसल, प्रदेश में एक चिट्ठी एसी सामने आई है. जिसने सत्ता पक्ष और अफसरों की नींद उड़ा दी है. ये चिट्ठी सीएम के उन दावों की भी पोल खोलती है जिसमें सीएम प्रदेश की सड़कों को वाशिंगटन की सड़कों से बेहतर बताते है.
खुद सीएम शिवराज के निर्वाचन क्षेत्र की सड़कें मुख्यमंत्री के बयान के पलट कुछ अलग ही कहानी बयां कर रही हैं. एक गांव तो दूसरे से जोड़ने में वाली सीमेंट क्रांकीट से बनी करोड़ों की सड़कों ने चंद सालों में ही दम तोड़ दिया है.
आलम ये है कि चंद साल पहले ही सीमेंट क्रांकीट की बनी सड़कें अफसर और ठेकेदारों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई और किसी पर कार्रवाई किए बिना सरकार ने एक बार फिर इन सड़कों के निर्माण पर करोड़ों खर्च करने की तैयारी कर ली है.
बुधनी में 2011 में बनी अठारह सड़कें चंद भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. विभागीय जांच में मापदंड के खिलाफ सड़कें नहीं बनाने की पुष्टि होने के बाद भी आज तक किसी ठेकेदार और अफसर के खिलाफ कार्रवाई नही हुई है. अब तक ये मामला छिपा हुआ था,
लेकिन नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह की एक चिट्ठी के बाद बुधनी की सड़कों को लेकर हड़ंकप मच गया है. विभाग के प्रमुख सचिव को लिखी चिट्ठी में इस गड़बड़ी की दौबारा जांच कर संबंधित अफसर और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
वहीं सीएम के गृह क्षेत्र में सड़कों के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग ने आनन फानन में दोबारा सभी 18 सड़कों के निर्माण के लिए करोड़ों की प्रशासकीय मंजूरी दे दी है.