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भारत और फ्रांस के बीच हुए 14 समझौते, मोदी बोले- हमारी दोस्ती सदियों पुरानी

नई दिल्ली। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और पीएम मोदी ने शनिवार को 14 द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए। हैदराबाद हाउस में हुई इस मुलाकात के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि हम दोनों सिर्फ दो लोकतंत्रों के ही नेता नहीं हैं बल्कि हम दो समृद्ध और समर्थ विरासतों के उत्तराधिकारी भी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा फ्रांस के ही मूल्य नहीं हैं बल्कि भारत के संविधान भी ये समाहित हैं।

मोदी ने कहा, ‘हमारी रणनीतिक साझेदारी भले ही 20 साल पुरानी है, लेकिन हमारी सभ्यताओं की साझेदारी सदियों लंबी है। 18वीं सदी से लेकर आज तक पंचतंत्र की कहानियों, महाभारत और रामायण के जरिए फ्रांसीसी विचारकों ने भारत को झांककर देखा है। रोम्यां रोला, विक्टर ह्यूगो जैसे लोगों ने भारत का गहरा अध्ययन किया है।’

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि फ्रांस, भारत का सबसे बेहतरीन साझीदार देश और यूरोप में भारत के प्रवेश का बिंदु होना चाहिए। मैक्रों ने कहा कि हमारा पहला उद्देश्य रक्षा, अनुसंधान एवं विज्ञान, विशेष रूप से युवा, उच्च शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी का नया युग शुरू करना है। मैक्रों ने कहा, ‘यह महत्वपूर्ण है कि क्योंकि आतंकवाद के संदर्भ में दोनों देशों के बीच कई सामान्य चुनौतियां और साझा जोखिम हैं।’

पीएम मोदी ने कहा कि फ्रांस और भारत की एक मंच पर उपस्थिति शांतिमय विश्व के लिए सुनहरा संकेत है। दोनों देशों की स्वतंत्र और स्वायत्त विदेश नीतियां सिर्फ अपने ही नहीं बल्कि सार्वभौमिक मूल्यों को समेटने पर केंद्रित हैं। यदि कोई दो देश कंधे से कंधा मिलाकर चल सकते हैं तो वे हैं, भारत और फ्रांस। 2015 में इंटरनैशनल सोलर अलायंस का लॉन्च हुआ था तो फ्रांस उसमें अहम था।

पीएम ने कहा कि रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष और हाई टेक्नॉलजी में भारत और फ्रांस की दोस्ती का इतिहास लंबा है। सरकार कोई भी हो, लेकिन रिश्तों का ग्राफ लगातार ऊंचा उठा है। जानें, पीएम मोदी ने साझा बयान जारी करते हुए क्या कहा…

– रक्षा क्षेत्र में अहम संबंध बेहतर हैं और फ्रांस को बेहतर साझीदार मानते हैं।

– भारत की डिग्री अब फ्रांस में भी मान्य होगी।

– दोनों देशों ने जॉइंट स्ट्रैटेजिक विजन पर साइन किए।

– गोपनीय जानकारी लीक न करने को लेकर दोनों देशों के बीच समझौता।

– हमारी सेनाओं के सभी अंग साथ में अभ्यास करते हैं।

– डिफेंस में फ्रांस के मेक इन इंडिया के संकल्प का हम स्वागत करते हैं।

– हम मानते हैं कि हमारे उज्ज्वल संबंधों के लिए आम लोगों के बीच बेहतर संबंध होना सबसे अहम आयाम है।

– जमीन से आसमान तक ऐसा कोई विषय नहीं है, जिस पर हम साथ मिलकर काम न कर रहे हों।

– अफ्रीकी देशों से भारत और फ्रांस के बेहतर संबंध रहे हैं। यह भी दोनों के बीच रिश्तों का अहम बिंदु है।

– कल मैं और मैक्रों इंटरनैशनल सोलर अलायंस में शामिल होंगे। इसमें कई और राष्ट्राध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे।

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