प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु कार्यशाला आयोजित
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 21 मार्च बुधवार को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु जिला पंचायत के सभाकक्ष में पंचायत राज सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला की अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष श्री सूरजलाल जावलकर ने की। कार्यशाला में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री शीला दाहिमा विशेष रूप से उपस्थित थीं।
कार्यशाला में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सुमन कुमार पिल्लई ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के विषय में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि यह योजना जिले में एक जनवरी 2017 से लागू की गई है। गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहयोग प्रदान करने एवं उसे अपने स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति जागरूक करने हेतु यह योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना के तहत एक जनवरी 2017 या उसके पश्चात् प्रथम बार गर्भवती महिलाओं को शीघ्र गर्भावस्था का पंजीयन कराने पर योजना की प्रथम किश्त एक हजार रूपए एवं गर्भावस्था के दौरान 6 माह पश्चात् स्वास्थ्य जांच कराने पर द्वितीय किश्त दो हजार रूपए एवं बच्चे के जन्म का पंजीकरण एवं बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण कराने पर तृतीय किश्त दो हजार रूपए, इस तरह योजनांतर्गत कुल पांच हजार रूपए संबंधित गर्भवती महिला के बैंक खाते में सीधे जमा कर विभाग द्वारा भुगतान किया जा रहा है। इस योजना में 19 वर्ष और इससे अधिक आयु की गर्भवती/धात्री महिला को प्रथम प्रसव/संतान पर योजना का लाभ दिया जाएगा, किन्तु सभी शासकीय एवं सार्वजनिक उपक्रमों (केन्द्र एवं राज्य सरकार) के कर्मचारियों, जिन्हें वेतन सहित प्रसूति अवकाश लेने की पात्रता है, को इस योजना से बाहर रखा गया है। योजना का क्रियान्वयन ग्राम स्तर पर आंगनबाड़ी केन्द्र एवं स्वास्थ्य विभाग के क्षेत्रीय अमले के माध्यम से किया जा रहा है। इस योजना के तहत प्रत्येक गर्भवती महिला को मातृ एवं शिशु रक्षा कार्ड जारी कर सतत् रूप से उनकी स्वास्थ्य जांच एवं समीक्षा की जाती है।
कार्यशाला में बताया गया कि योजना प्रारंभ से जिले में अभी तक कुल 8052 गर्भवती महिलाओं को लाभांवित किया गया है।