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मुख्यमंत्री जी ने खुरई से किया भावांतर भुगतान योजना का शुभारंभ

भिण्ड |मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सागर के खुरई से मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना का आज शुभारंभ किया। जिले की कृषि उपज मण्डियों में आयोजित कार्यक्रमों में किसानो ने मुख्यमंत्री जी के उदबोधन का सीधा प्रसारण एलईडी के माध्यम से सुना। साथ ही खेती को लाभकारी बनाने की दिशा में खेती के फायदो की सीख प्राप्त की। साथ ही उनको उन्नत खेती की दिशा में आत्मसात किया।
क्षेत्रीय विधायक श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह के मुख्य आतिथ्य में मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना का जिला स्तरीय कार्यक्रम कृषि उपज मण्डी भिण्ड के प्रांगण में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मण्डी अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र सिंह यादव ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी मौजूद थे।
क्षेत्रीय विधायक श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह ने कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए कहा कि देश में पहली बार प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हित में भावांतर योजना लाई गई है, जिससे अब किसान अपनी फसलो को बेचकर मुनाफा प्राप्त करेंगे। साथ ही यह योजना किसानो के लिए उन्नत फसलो की विक्री के लिए कवच बनेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को हर तरफ से सहूलियत देने के लिए कार्य कर रही है। इसके पूर्व शून्य प्रतिशत् पर कृषि ऋण एवं फसल बीमा योजना जैसी योजनाएं संचालित की जा चुकी है। जिससे वे अपनी खेती को फायदे का धंधा बनाने में सक्षम बन रहे है।
विधायक श्री कुशवाह ने कहा कि मुख्यमंत्री भावान्तर भुगतान योजना के अन्तर्गत तिलहन फसलों, जिनमें सोयाबीन, मूंगफली, तिल, रामतिल शामिल हैं, पर 16 अक्टूबर से 15 दिसम्बर तक लागू रहेगी। इसीप्रकार मक्का, मूंग व उड़द के लिये 16 अक्टूबर से 15 दिसम्बर तक तथा तुअर के लिये एक फरवरी से 30 अप्रैल 2018 तक की समय-सीमा निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में किसानो की भलाई के लिए कई योजनाऐं संचालित की है। साथ ही किसानों को एक लाख रूपए के स्थान पर अब मात्र 90 हजार रूपए ऋण के रूप में चुकाने की सुविधा दी है।
कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में सरकार द्वारा आज से लागू की गई मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के माध्यम से पंजीकृत किसान अपनी खरीफ फसल तिली, मूंग, उडद एवं अरहर का विक्रय कर योजना के माध्यम से अंतर की राशि का भुगतान अपने खाते में प्राप्त करने में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि जिले में 1 लाख 20 हजार हैक्टेयर खरीफ फसलो की बोनी की गई थी। साथ ही रबी के लिए सवा तीन लाख हैक्टेयर का रकवा निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसान अपनी बाजरा फसल का भी पंजीयन करा सकते है। साथ ही मास्ट रेट पर कृषि उपज मण्डियों में बेचने की सुविधा ले सकते है।
कलेक्टर ने कहा कि पंजीयन कराने की सुविधा में जिले के अधिक से अधिक किसानों ने लाभ प्राप्त किया हैं। उन्होंने कहा कि जिले में अविवादित 25 हजार नामांतरण प्रकरणों का निराकरण किया गया है। जिससे विचोलिएपन की प्रथा समाप्त हुई है। उन्होंने कहा कि अब किसी भी कार्य में लेनदेन की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकसेवा गारंटी अधिनियम में 30 दिवस में सुविधा नहीं देने वाले अधिकारियों पर पेनेल्टी का प्रावधान है। जिसमें 32 हजार रूपए का भुगतान आवेदक को किया गया है। उन्होंने कहा कि लोकसेवा केन्द्रो के माध्यम से किसान अपनी खेती को फायदे का धंधा बनाने की दिशा में निर्धारित अवधि के भीतर अपने आवेदन का निराकरण करा सकते है।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में किसानों को प्रमाण पत्र प्रदान
क्षेत्रीय विधायक श्री नरेन्द्र सिंह कुशवाह, मण्डी अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र सिंह यादव एवं कलेक्टर डॉ इलैया राजा टी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री भावंतर भुगतान योजना के जिला स्तरीय कार्यक्रम में किसानो को प्रमाण पत्र प्रदान किए। यह प्रमाण पत्र श्री राजेन्द्र सिंह भदौरिया निवासी तेहरा को उडद फसल, श्री रघुराज यादव निवासी ग्राम भटमासपुरा, श्री बलवीर सिंह तोमर निवासी तेहरा, श्री राधामोहन शर्मा निवासी दीनपुरा, श्री ज्वालासिंह भदौरिया निवासी जामपुरा, श्री घनश्याम भदौरिया एवं श्री गजेन्द्र सिंह भदौरिया ग्राम तेहरा एवं श्री प्रदीप तिवारी निवासी गजना को तिल फसल के लिए प्रदान किए।
कार्यक्रम में यह भी रहे मौजूद
पार्टी पदाधिकारी श्री सुदीप भदौरिया, श्री वासुदेव पुरोहित, श्रीमती सीमा शर्मा, श्रीमती सुशीला नरवरिया, श्रीमती राजकुमारी जैन, श्रीमती बेबी राठौर, श्री रामप्रकाश माझी, श्री रामलखन बघेल, श्री पिंकी शर्मा, श्री आशीष परिहार, विभागीय अधिकारी, पार्टी पदाधिकारी, शहरी एवं ग्रामीणजन और क्षेत्रीय किसान उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन श्री धीरज सिंह गुर्जर ने किया। अंत में आभार मण्डी सचिव श्री महेन्द्र सिंह चौहान ने सभी के प्रति प्रदर्शित किया। जिले की सभी कृषि उपज मण्डियों में मुख्यमंत्री भावांतर योजना का कार्यक्रम आयोजित किया गया। साथ ही किसानों ने मुख्यमंत्री जी के खुरई से दिए गए उदबोधन का अनुश्रवण किया।

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