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मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना का हुआ शुभारंभ

शहडोल | प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना मध्यप्रदेश ही नहीं देश की एक अभिनव योजना है, इस योजना से किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिलेगा। उन्होने कहा कि मैं किसी भी स्थिति में किसानों की मेहनत को बेकार नहीं होने दूंगा। पिछले रवी सीजन में मध्यप्रदेश में उड़द, मूंग, तुअर एवं प्याज की बम्फर पैदावार हुई, जिसके कारण इन फसलों की कीमत समर्थन मूल्य से भी कम हो गई थी। इसे दृष्टिगत रखते हुये मध्यप्रदेश सरकार ने यह निर्णय लिया है कि किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य मुहैया कराने के लिये मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के अंतर्गत मंडी मे बिक्री मूल्य और समर्थन मूल्य के अंतर की राशि किसानों को दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि किसानों को दी जाने वाली अंतर की राशि चाहे जितनी हो हमारी सरकार देगी। उन्होने कहा कि आज मध्यप्रदेश में किसानों के हित में एक बड़ा संकल्प लिया है, मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों की मेहनत का सम्मान करते हुये मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना प्रारंभ की है। उन्होने किसानों से अपील करते हुये कहा है कि इस योजना में पंजीयन करना अनिवार्य है वगैर पंजीयन के किसान मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना का लाभ नहीं ले सकेंगें। मुख्यमंत्री ने किसानों से अपील करते हुये कहा है कि वे मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना में अपना पंजीयन अनिवार्यतः करायें साथ ही फसल मंडी में बेचकर मंडी से पक्की रसीद लें। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज सागर जिले के खुरई से टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के अंतर्गत लगभग 19 लाख किसानों से पंजीयन कराया है, उन्होने कहा कि 16 अक्टूबर से मुख्यमंत्री भावांतर योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश की 257 मंडियों में आज से खरीदी प्रारंभ होगी। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश में आज किसानों के लिये इतिहास रचा गया है, मध्यप्रदेश में लगभग 1000 करोड़ रूपये का प्रावधान मूल्य स्थरीकरण के लिये किया गया है। उन्होने कहा कि जिन फसलों का समर्थन मूल्य नहीं होता ऐसी फसलों का मूल्यांकन कर समर्थन मूल्य तय करेंगें, फसलों की गिरदावरी मोबाईल एप से कराई जायेगी, ताकि फसलों की सही स्थिति का आंकलन किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जले ट्रांसफार्मरों को सुधारने के लिये 20 प्रतिशत राशि जमा करने पर ट्रांसफार्मरों को बदल दिया जायेगा, उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा कृषक युवा उद्यमी योजना प्रारंभ की गई है। इस योजनान्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि आधारित कुटीर उद्योग स्थापित करने के लिये किसानों के बेटा-बेटियों को 10 लाख रूपये से 2 करोड़ रूपये की राशि कुटीर उद्योग स्थापित करने के लिये मुहैया कराई जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को सरलता से खसरे और नक्शे की नकल मुहैया कराने के लिये मध्यप्रदेश में विशेष अभियान चलाया गया है, अविवादित नामांतरण, बंटवारा एवं सीमांकन के प्रकरणों का युद्ध स्तर पर निराकरण सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश में किसी भी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। मध्यप्रदेश में भ्रष्ट आचरण के कारण दो आईएएस अधिकारियों, दो आईएफएस अधिकारियों और एक हजार पुलिस कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई है। उन्होने कहा कि जो कर्मचारी ईमानदारी से सेवा करेंगें उन्हें पुरस्कृत किया जायेगा तथा जो बेईमानी करेगा उसकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएगी। उन्होने कहाकि किसानों के लिये मध्यप्रदेश में कस्टर हायरिंग सेंटर बनाये जा रहे हैं, उन्होने कहा कि आज का दिन मेरे लिये सौभाग्य का दिन है आज मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना का शुभारंभ हुआ है, यह योजना किसानों का सुरक्षा कवच बनेगी।
मंडी प्रांगण शहडोल में आयोजित मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुये पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री जयसिंह मरावी ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा प्रारंभ की गई मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना किसानों के कल्याण के लिये मील का पत्थर साबित होगी। उन्होने कहाकि मध्यप्रदेश सरकार किसानों के कल्याण के लिये प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही हैं मध्यप्रदेश सरकार देश की पहली सरकार है जिसने किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण मुहैया कराया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना का दूर दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में भी व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए, इस योजना से कोई किसान छूटना नहीं चाहिए। समारोह को संबोधित करते हुये विधायक जयसिंहनगर श्रीमती प्रमिला सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना देश की पहली योजना है जिसमें किसानों को समर्थन मूल्य पर राशि मुहैया कराने के लिये प्रावधान किया जा रहा है। उन्होने कहा कि इससे किसानों को सीधा लाभ होगा। उन्होने किसानों से अपील करते हुये कहा कि अगर किसानों को इस योजना के संबंध में किसी प्रकार की भ्रांति है तो वे कृषि अधिकारियों और मंडी विभाग के अधिकारियों से मिलकर अपनी शंकाओं का समाधान कर सकते हैं। समारोह को संबोधित करते हुये उप संचालक कृषि श्री जे.एस.पेन्द्राम ने बताया कि शहडोल जिले में मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के अंतर्गत 11 सितम्बर से पंजीयन का अभियान चलाया गया, जिले में लगभग 31909 किसानों का पंजीयन मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना में किया जा चुका है। समारोह को अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के शुभारंभ समारोह में अध्यक्ष जिला पंचायत शहडोल श्री नरेंद्र मरावी, अध्यक्ष मंडी श्री जेसा नायक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शहडोल श्री एस.कृष्ण चैतन्य एवं बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।

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