खेलकूद

वर्ल्ड चैंपियनशिप: पहली बार भारत के दो पदक पक्के

ग्लास्गो। भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधू और साइना नेहवाल ने शुक्रवार को विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल का टिकट कटाने के साथ ही अपना कांस्य पदक पक्का कर लिया। शानदार फॉर्म में चल रही रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंधू ने क्वार्टर फाइनल में चीन की पांचवीं वरीयता प्राप्त सुन यी को 21-14, 21-9 से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

चौथी वरीयता प्राप्त हैदराबादी खिलाड़ी सिंधू ने मुकाबला सिर्फ 39 मिनट में अपने नाम किया। सिंधू इससे पहले 2013 और 2014 में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। लेकिन इस बार यह 22 वर्षीय शटलर हर हाल में अपने पदक का रंग बदलना चाहेंगी और ऐसा करने से वह सिर्फ एक जीत दूर हैं। सिंधू वर्ल्ड चैंपियनशिप में तीन पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी होंगी।

कामयाबी केवल सिंधू की झोली में ही नहीं आई,बल्कि लंदन ओलंपिक में ब्रॉन्ज और पिछली बार विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर जीतने वाली साइना ने स्कॉटलैंड को क्रिस्टी गिलमोर को 21-19, 18-21, 21-15 से पराजित करते हुए अपना मेडल भी पक्का कर लिया।

दोनों आठ बार हुए आमने-सामने

दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी सिंधू और छठे नंबर की सुन के बीच यह आठवीं भिड़ंत थी। इससे पहले दोनों के बीच खेले गए सात मुकाबलों में सुन ने चार और सिंधू ने तीन जीते थे। अब रिकॉर्ड चार-चार हो गया है। अंतिम चार में अब सिंधू का सामना एक अन्य चीनी खिलाड़ी चेन यूफेई से होगा, जिन्होंने थाइलैंड को रत्चानोक इंतानोन को संघर्षपूर्ण मुकाबले में 14-21, 21-16, 21-12 से मात दी। सिंधू ने आक्रामक खेल दिखाते हुए 21-14 से गेम अपने नाम कर लिया।

पुरुष वर्ग में भारत की चुनौती खत्म

पुरुष वर्ग में किदांबी श्रीकांत की हार के साथ ही भारतीय चुनौती खत्म हो गई। इस हार के साथ ही श्रीकांत का विश्व चैंपियनशिप में देश के लिए पदक जीतने का सपना भी टूट गया। श्रीकांत को क्वार्टर फाइनल में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी दक्षिण कोरिया के सोन वान हो के हाथों 14-21, 18-21 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। यह मुकाबला 49 मिनट तक चला। श्रीकांत को भारतीय खिलाड़ियों में पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था, क्योंकि वह इस समय अच्छी फॉर्म में चल रहे थे। उन्होंने इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया में लगातार दो खिताब जीते थे और सिंगापुर में उपविजेता रहे थे। लेकिन शुक्रवार को वह ऐसा नहीं कर सके। इस हार के साथ श्रीकांत का 13 मैचों से चला आ रहा जीत का सिलसिला भी थम गया।

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