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बेटी हुई तो पति ने घर से निकाला और कर ली तीसरी शादी

दरभंगा बिहार: मामला दरभंगा जिले के बहेरा क्षेत्र का है।जहां एक ओर सरकार “बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ” का नारा दे रहे है वही दूसरी ओर कुछ लोग बेटी के जन्म होने पर उसे अपनी मां के साथ छोड़ कर चले जाते है।ये मामला बहेरा,दरभंगा का जहां सुशीला कुमारी (20 वर्ष) दरभंगा के बहेरा क्षेत्र की रहने वाली है इनकी शादी आज से तीन वर्ष पहले बिरौल, दरभंगा में अभिषेक शाहा (25 वर्ष) पिता देवानंद शाहा के संग दहेज के रूप में एक लाख ग्यारह हजार रुपिया नकद राशि और साथ में दो भरी सोना लेकर शादी हुई थी।

जिंदगी अच्छी खासी चल रही थी। सादी के दो साल बाद उन्हें एक पुत्री हुई ये खबर सुनते ही अभिषेक के परिवार वाले ताना मारने लगे अभिषेक के परिवार वाले सुशीला को घर से निकालने की बात करने लगे और बेवजह रोज कीच-कीच रात में उसके साथ मार पीट अभिषेक व उसके परिवार वाले उसे पेट्रोल डालकर मारने की धमकी देते थे और कहते थे भाई को बुलाओ और कहो दो लाख रूपये लेकर आए तब जाकर तुम्हे और तुम्हारी बेटी को रखूंगा नही तो दोनो को जलाकर मार डालूंगा। वही सुशीला का भाई राहुल कुमार( 27 वर्ष)ऑटो रिक्शा चलाकर अपनी और अपने परिवार की भरण पोषण करता है ये बेचारा भला कहां से इतना रकम जुटा पाता फिर भी जैसे तैसे महाजन से 6 पर्सेंट सुध में पैसा लेकर सत्तर हजार रुपिए अभिषेक के परिवार वालों को दिया ताकि उसके बहन के साथ वो लोग मारपीट ना करे। लेकिन वो लोग बच्चे के जन्म के एक साल बाद सितंबर 2023 को बच्ची व उसकी मां को उसके मायके छोड़कर चले गए जबकि उस समय उसकी बच्ची निमोनिया से गुजर रही थी किसी को तनिक भी चिंता नहीं हुई।

ठीक एक महीने के बाद सुशीला के भाई राहुल को पता चलता है कि उसके ही गांव में अभिषेक ने दूसरी सादी कर ली आपको बताते चले कि अभिषेक की सुशीला से पहले एक शादी और हो चुकी थी कुल मिलाकर उसने तीन शादियां कर ली। दहेज़ के लालच में भोली भाली लड़कियों को जाल में फसाकर शादी रचा लेता है और दहेज का सारा रकम हजम कर जाता है। जब ये खबर सुशीला के परिवार वालों के सामने आया मानो अंधेरा छा गया। सुशीला के परिवार वालों ने निकट के थाने एवं नगर के महिला थाना में इसकी शिकायत दर्ज कराई जहां उन्हें कारवाई की आश्वासन दिया गया। सुशीला के भाई राहुल ने ये जानकारी मीडिया को दी और कहा हमारी बहन सुशीला को न्याय दिलाने की कृपा करे ।

ई खबर के लिए कटिहार से सचिन मोहाली की रिपोर्ट।

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