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बशीरहाट पहुंचने से पहले ही रोके गए सीपीएम, कांग्रेस और बीजेपी नेता

पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में भड़की हिंसा के बाद अलग-अलग राजनीतिक पार्टी के नेता हिंसाग्रस्त इलाके में पहुंच रहे हैं. खबर है कि रूपा गांगली की अगुवाई में बशीरहाट जा रहे बीजेपी के राज्य स्तरीय डेलिगेशन को पुलिस ने माइकल नगर में रोक लिया है और हिरासत में ले लिया है. वहीं कांग्रेस डेलिगेशन को पुलिस ने बारासात जिले में रोक लिया है.

रूपा गांगुली से पहले प्रशासन ने सीपीएम नेता मो. सलीम के नेतृत्व में बशीरहाट जा रहे सीपीएम डेलिगेशन को भी हिंसाग्रस्त इलाके से 50 किमी पहले की रोक दिया था.

इंडिया टूडे से बात करते हुए रूपाअ गांगुली ने कहा, ‘हम बशीरहाट सवाल पूछने जान रहे हैं. बंगाल की संस्कृति में दंगे के लिए कोई जगह नहीं है. जब उनसे राज्य में राष्ट्रपति शासन लगने की संभवाना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं ऐसी मांग करने का अधिकार नहीं रखती हूं. राज्य बीजेपी के प्रमुख ने यह मांग की है.’

पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में गुरूवार को फिर से तनाव पैदा होने की खबर के बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा. इसके अलावा, राज्य सरकार ने लोगों को कथित रूप से भड़काने को लेकर कुछ संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है. राज्य सचिवालय में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, छिटपुट घटनाओं की कुछ खबरें हो सकती हैं लेकिन हालात काबू में हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘जिले के बदुरिया में सांप्रदायिक झाड़पों के बाद बशीरहाट कस्बे और स्टेशन क्षेत्र में फिर से तनाव की स्थिति पैदा हो गई. उपद्रवी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा.’

उन्होंने कहा कि पुलिस और बीएसएफ की टीमें इलाके की तरफ तुरंत रवाना की गईं ताकि हालात काबू में किए जा सकें.

बदुरिया और इसके आसपास के इलाकों में एक फेसबुक पोस्ट को लेकर सांप्रदायिक झाड़प हो गई थी. प्रशासन का दावा है कि इन इलाकों में आज हालात धीरे-धीरे सामान्य होते नजर आ रहे हैं.

इस हफ्ते की शुरूआत में एक नौजवान की ओर से किए गए एक फेसबुक पोस्ट को लेकर बदुरिया और इसके आसपास के इलाकों – केवशा बाजार, बांसतला, रामचंद्रपुर और तेंतुलिया में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे. आरोपी नौजवान की गिरफ्तारी के बाद भी दोनों समुदायों के बीच झाड़पें हुईं. सड़क को जाम कर दिया गया. दुकानों को तोड़ दिया गया और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. हालात काबू में करने के लिए राज्य सरकार को बशीरहाट, बादुरिया, स्वरूपनगर और डेगंगा में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी तौर पर रोकनी पड़ी ताकि सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलने से रोका जा सके.

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