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कांग्रेस के जातीय गणित को तोड़ विक्रांत के विकास के फार्मूले पर जताया ग्रामीणों ने विश्वास, जीते चुनाव

प्रदेश में हो रही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उपरवाह क्षेत्र में मतदान को लेकर भारी उत्साह देखने को मिला। नए मतदाताओं के साथ-साथ वयोवृद्ध, महिला, पुरुष सभी ने भीड़ के बाद भी कतार में लगे रहे। पंच सरपंच, जनपद, जिला पंचायत सदस्यों के बैलेट पेपर चार प्रकार के होने के कारण मतदान की प्रक्रिया में समय ज्यादा लगा। इस बार अधिकांश ग्राम पंचायतों में युवा वर्ग से नए प्रत्याशी चुनकर कर सरपंच पद पर काबिज होने में सफल रहे। कई जगहों में मुकाबला त्रिकोणीय रहा। लेकिन जनता ने नए चेहरे को तवज्जो दिया। सरपंच प्रत्याशियों द्वारा चुनाव जीतने एड़ी चोटी एक कर दिया था। ग्राम पंचायत उपरवाह में सरपंच पद के लिए कुल पांच प्रत्याशी चुनाब मैदान में थे। जिसमें तीन बार सरपंच रह चुकी भगवती देवी साहू एवं दो बार सरपंच रह चुके हेमपुष्पा/डामन साहू को नए चेहरे पुनिता साहू ने हराकर जीत हासिल की। इसी प्रकार मुड़पार में पूर्व सरपंच गैंदूराम पटेल ने पूर्व सरपंच आलोक सोनी सहित सात प्रत्याशियों को पछाड़कर चुनाव जीता। सलोनी में पूर्व जनपद सदस्य रतन लाल ने तीन प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ सरपंच की कुर्सी पाई। हरडुवा में विजयी प्रत्याशी विनीता अरुण वर्मा के साथ चार प्रत्याशी थे। जनपद क्षेत्र पांच से किरण विनोद बारले, जनपद क्षेत्र चार से दिलीप पटेल, जनपद क्षेत्र दो से दामिनी बाई साहू, जनपद क्षेत्र 11 से झामेश्वरी साहू, जनपद क्षेत्र क्रमांक छह से हंसा सिन्हा, सात से आमीन भाई, 12 से मोहनीश धनकर, आठ से ओमप्रकाश साहू, 10 से शीला सिन्हा जनपद सदस्य चुने गए।

तिलई में आरक्षण के चलते सरपंच के लिए मथुरा नेताम निर्विरोध चुने गए। डुमरडीहखुर्द में कंचन वर्मा को मीना बाई नेताम से शिकस्त होना पड़ा। ककरेल में हिमेश्वरी जांगड़े ने अपने दस विरोधियों को पछाड़ कर जीतने में कामयाब रही। कलडबरी में चंद्रशेखर यदु ने अच्छे अंतर से पूर्व सरपंच हीरालाल साहू को हराया। भेंडरवानी में भुनेश्वरी साहू ने पांच प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ा। गिधवा में भूषण साहू ने दिलीप कोसरे को हराया। जराही में जागेश्वर साहू को दानी राम ने बड़ी अंतर से हराया। खैरझिटी में सावित्री बाई देवांगन ने पूर्व सरपंच, पूर्व जनपद सदस्य एवं अन्य को हरा कर जीत हासिल की। परसबोड में जयश्री चांतारे को जीत मिली इसके साथ चुनाव मैदान में बिंदु साहू, राजेश्वरी वर्मा एवं सवाना बाई भी थी। तुमडीलेवा में संजय टंडन ने चार प्रत्याशियों को पछाड़कर जीत हासिल की। कलेवा में संध्या बाई यादव ने होमेश्वरी वर्मा व अनामिका मंडावी को पीछे छोड़ विजयी रही। चारभाठा में गणेश राम साहू ने संतोष बंजारे को हराया। अऊरदा में सोना बाई साहू चार प्रत्याशियों को हराया।

विक्रांत की जीत में प|ी निधि सिंह की भी प्रभावी भूमिका रही। महिलाओं को साधने के लिए निधि महिला मोर्चा की टीम परिवार की अन्य महिलाओं के साथ घर-घर पहुंचीं। महिलाओं की इस टीम ने घर-घर तक विक्रांत में सिंबल को पहुंचाने का काम किया। बचा काम प्रभारी सचिन बघेल की बैठकों ने किया। बघेल ने न केवल भाजपा कार्यकर्ताओं को एकजुट किया।

जनपद के निवर्तमान अध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कांग्रेस की दशमत उत्तम जंघेल को जिला पंचायत के क्षेत्र क्रमांक 4 के प्रतिष्ठापूर्ण मुकाबले में करारी शिकस्त दी। कांग्रेस के जातीय गणित को भाजपा के अधिकृत विक्रांत ने ध्वस्त कर दिया। कांग्रेस ने क्षेत्र में बाहुल्यता वाले लोधी वोटों को ध्यान में रखते हुए लोधी समाज की दशमत जंघेल को मैदान में उतारा। लोधी बाहुल्य ग्रामीण बूथों में इसका असर भी दिखा। बाहुल्यता वाले बूथों में दशमत को खासी लीड भी मिली। लेकिन विक्रांत के विकास की बात पर ग्रामीण मतदाताओं ने ज्यादा विश्वास किया। कशमकश भरे इस चुनाव में विक्रांत सिंह ने दशमत जंघेल को 2846 वोटों से हराया। विक्रांत को कुल 16331 वोट मिले तो दशमत जंघेल को 13486 वोटों से संतोष करना पड़ा। कुल 33692 वोट पड़े।

तोड़ दी सामाजिक घेरेबंदी: विक्रांत को हराने के लिए कांग्रेस ने प्रचार अभियान को सामाजिक वोटों पर केंद्रित रखा। लोधी समाज के नेताओं को चुनाव में उतारा गया। ज्यादा से ज्यादा से सामाजिक बैठकें हुई। समाज के जिलाध्यक्ष रजभान लोधी को चुनाव का प्रभारी बनाया गया। दशमत के पोस्टर में रजभान के साथ समाज के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश्वर वर्मा को भी जगह दी गई, पर विक्रांत ने अंतिम परिणामों के बाद सभी तरह की सामाजिक घेरेबंदी को तोड़ दिया। नीता लोधी के साथ समाज के स्थानीय सर्किल के पदाधिकारियों ने भी घर घर जाकर दशमत के पक्ष में मतदान की अपील की।

किसान मजदूर संगठन के बैनर तले लड़ने वाले कन्हैया जैन प्रचार के तामझाम में फंसे रहे गए। गाड़ियों के काफिले और जनसंपर्क में उमड़ी भीड़ वोटों में तब्दील नहीं हो सकी। कन्हैया को मात्र 2389 वोटों में संतोष करना पड़ा। वहीं लक्ष्मन डहरे को 1019 वोट मिले। एक अन्य प्रत्याशी रोहित साहू को महज 467 वोट मिले।

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