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जम्मू-कश्मीर में दो जगह सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेरा, भुठभेड़ जारी

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम और त्राल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की खबर है. बताया जा रहा है कि यह दोनों ही मुठभेड़ आतंकियों की तलाश के लिए चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान शुरू हुई.

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की खबर है. बताया जा रहा है कि यह मुठभेड़ कुलगाम में आतंकियों की तलाश के लिए चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान शुरू हुई. सुबह करीब 3 बजे सेना की राष्ट्रीय राइफल, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस द्वारा आतंकियों की तलाशी के लिए अभियान चलाया गया. काफी देर सर्च करने के बाद सुबह करीब 6-7 बजे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायरिंग की है. दोनों तरफ से फायरिंग जारी है. खबर है कि यहां दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की आशंका है.

पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षा बलों ने कुलगाम के काजीगुंड इलाके में नौबग कुंड गांव में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद आज मंगलवार सुबह घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था. जब सुरक्षा बल अभियान चला रहे थे तब आतंकियों ने उन पर गोलीबारी की और मुठभेड़ शुरू हो गई. प्रवक्ता ने बताया कि अंतिम रिपोर्ट आने तक गोलीबारी जारी थी.

वहीं दूसरी तरफ एक सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एक और मुठभेड़ की खबर है. यह मुठभेड़ पुलवामा के त्राल में चल रही है. हालांकि यहां कितने आतंकी छिपे है इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है. लेकिन खबर लिखे जाने तक सुरक्षाबलों और आतंकियों की तरफ से फायरिंग जारी है. जानकारी के मुताबिक यह मुठभेड़ त्राल के लाम इलाके में चल रही है. आपको बता दें कि त्राल जम्मू कश्मीर के आतंकी बुरहान वानी का गढ़ रहा है. यहां सेना ने पिछले कई बड़े एनकाउंटर को अंजाम देकर कई कुख्यात आतंकियों को मार गिराया है. आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षाबलों का ‘ऑपरेशन ऑलआउट’ जारी है, इस ऑपरेशन के तहत कश्मीर में आतंकियों का सफाया किया जा रही है.

सोमवार को ही जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख एस पी वेद ने कहा था कि पिछले साल की तुलना में इस साल कश्मीर में पथराव की घटनाओं में 90 फीसदी कमी आई है और इसका श्रेय कश्मीर के लोगों को जाता है. वेद नोटबंदी और शीर्ष आतंकवादी कमांडर के खिलाफ कार्रवाई सहित कई अन्य कारकों को भी इसकी वजह बताते हैं. पुलिस महानिदेशक ने बताया कि पिछले साल एक दिन में पथराव की 40-50 घटनाएं होनी सामान्य बात थी. उन्होंने बताया, ‘कश्मीर घाटी में पिछले साल की तुलना में इस साल पथराव की घटना में 90 फीसदी कमी आई है. यह एक बड़ी गिरावट है

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