आज चंद्र ग्रहण के दिन ही है माघी पूर्णिमा, गंगा जल में भगवान विष्णु करते हैं वास
31 जनवरी यानि की आज वर्ष 2018 का पहला चंद्रग्रहण लगेगा. चंद्र ग्रहण से पहले आज पूरे देश में माघ पूर्णिमा मनाई जा रही है. ऐसा पहली बार है जब माघ पूर्णिमा, सुपर मून, ब्लू मून और चंद्रग्रहण एक साथ पड़ रहे है. इसे दुर्लभ संयोग भी कहा जा रहा है. बता दें माघ पूर्णिमा के दिन संत रविदास जयंती, श्री ललित और श्री भैरव जयंती भी मनाई जाती है. आज देशभर के गंगा घाटों पर माघी पूर्णिमा के दिन श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा रहे हैं.
वाराणसी में गंगा में लोगों ने लगाई श्रद्धा की डुबकी
माघ पूर्णिमा के अवसर पर आज लाखों श्रद्धालुओं ने वाराणसी के घाटों पर गंगा में डुबकी लगाकर सूर्य देव का जल अर्पित किया. वाराणसी में पिछले एक हफ्ते से शीतलहर चल रही है, लेकिन दशाश्वमेध क्षेत्र सहित गंगा किनारे लगभग सभी प्रमुख घाटों पर माघ पूर्णिमा के लिए स्नान करने के लिए देर रात से ही स्नानार्थियों की काफी भीड़ लगनी शुरू हो गई थी. आज सुबह स्नान के दौरान घाटों के अलावा गंगा के दूसरी ओर भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ दिखी.
क्या है माघी पूर्णिमा के मायने
जो लोग लोक और परलोक में भरोसा रखते हैं, उनके लिए माघ मास की पूर्णिमा का दिन बहुत खास माना जाता है. इस तिथि को चंद्रमा अपने पूर्ण रूप में होती है. कहा जाता है कि अगर इस दिन आपने गंगा में डुबकी लगा ली, तो आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे. एक तरह से आपने मोक्ष प्राप्ति के लिए राह को प्रशस्त कर लिया है. माघी पूर्णिमा की सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. फिर पितरों का श्राद्ध कर निशक्तजनों को भोजन, वस्त्र, तिल, कंबल, कपास, गुड़, घी, जूते, फल, अन्न आदि का दान किया जाता है. पौराणिक मान्यता है कि इस दिन ज्यादा जोर से बोलना या किसी पर क्रोध नहीं करना चाहिए.
गंगाजल के स्पर्श से ही हो जाती है स्वर्ग की प्राप्ति
ऐसा माना जाता है कि माघ महीने में सभी देवता पृथ्वी पर भक्तों से मिलने के लिए आते हैं. ब्रह्मवैवर्तपुराण में उल्लेख है कि माघी पूर्णिमा पर भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं अत: इस पावन समय गंगाजल का स्पर्शमात्र भी स्वर्ग की प्राप्ति हो जाती है. पुराणों में माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु व्रत, उपवास, दान से भी उतने प्रसन्न नहीं होते, जितना अधिक प्रसन्न माघ स्नान करने से होते हैं.
आज लगेगा साल का पहला चंद्रग्रहण
31 जनवरी को भारत में चंद्र ग्रहण की शुरुआत शाम 5.18 मिनट पर होगी, जबकि पूर्ण चंद्र ग्रहण शाम 6.21 मिनट पर शुरू होगा और 7.37 मिनट तक चलेगा. कोलकाता में 31 जनवरी को दिन शाम करीब पांच बजकर 17 मिनट पर चंद्र ग्रहण देखा जाएगा, जबकि पूर्ण चंद्र ग्रहण पांच बजकर 18 मिनट पर शुरू होगा.एम पी बिरला तारामंडल के निदेशक (शोध एवं अकादमिकी) देवीप्रसाद द्वारी के मुताबिक चंद्र ग्रहण भारत में 1 घंटा 16 मिनट रहेगा. द्वारी ने कहा कि भारत में इस चंद्र ग्रहण के बाद अगला चंद्रग्रहण 27 जुलाई को नजर आएगा.