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रूसी राष्ट्रपति पुतिन का पश्चिमी देशों पर कटाक्ष, कहा-प्रतिबंधों से हमसे ज्यादा खुद हो रहे बर्बाद

मास्को। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में की जा रही रूस की कार्रवाई के बाद पश्चिमी देशों द्वारा मास्को पर लगाए गए प्रतिबंधों से वह खुद बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। आर्थिक मुद्दों पर एक बैठक में पुतिन ने कहा कि कई देश पहले से ही भूख के खतरों का सामना कर रहे हैं और यदि रूस के खिलाफ प्रतिबंध ऐसे ही जारी रहते हैं तो यूरोपीय संघ (ईयू) को भी ऐसे परिणामों का सामना करना पड़ सकता है जिन्हें पलटना मुश्किल होगा।

प्रतिबंध वैश्विक आर्थिक नुकसान के लिए जिम्मेदार

स्थानीय न्यूज एजेंसी टास के अनुसार रूसी नेता ने कहा कि इस युद्ध से विश्व को हो रहे नुकसान के लिए पूरी तरह से पश्चिमी देशों का एक बड़ा वर्ग दोषी है, जो अपने वैश्विक प्रभुत्व को बनाए रखने के लिए बाकी दुनिया का त्याग करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर रूसी हमले से वैश्विक आर्थिक व्यवधान पैदा होना सरासर झूठ है, इसके लिए केवल पश्चिमी देशों के प्रतिबंध जिम्मेदार हैं।

पुतिन ने कहा कि ये प्रतिबंध वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति, उर्वरक और खाद्य प्रावधान की सुरक्षा और सामान्य रूप से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के कामकाज को प्रभावित कर रहा है। सबसे कमजोर देश सबसे गंभीर रूप से प्रभावित हैं।

G7 देशों ने की युद्ध रोकने की अपील

जी7 देशों और यूरोपीय संघ (ईयू) के साथ अमेरिका ने रूस पर “बुचा सहित यूक्रेन में अत्याचार” के लिए गंभीर प्रतिबंध लगाए हैं। वहीं इन सभी देशों ने रविवार रूस से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध रोकने की अपील की है। जो वैश्विक खाद्य सुरक्षा को गंभीर तनाव में डाल रहा है। G7 देशों ने रूस से अपनी नाकाबंदी और अन्य सभी गतिविधियों को समाप्त करने को कहा है। इन देशों का मानना है कि रूसी गतिविधियों के चलते ही वैश्विक खाद्य सुरक्षा को गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है।

लगभग तीन महीने से चल रहा युद्ध

24 फरवरी से रूस द्वारा यूक्रेन पर की जा रही बमबारी को लगभग तीन माह हो गए हैं और अभी तक युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बता दें कि रूस ने डोनास्क और लुहान्स्क के अलग-अलग क्षेत्रों को “स्वतंत्र गणराज्य” के रूप में मान्यता देने के तीन दिन बाद यूक्रेन में एक सैन्य अभियान शुरू किया था। रूस का कहना है कि यह आपरेशन केवल यूक्रेनी सैन्य बुनियादी ढांचे को लक्षित कर रहा है। जिसके जवाब में, पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ व्यापक प्रतिबंध लगाए हैं।

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