देश

सिचाई विभाग की लापरवाही का खामियाजा भरते लोग

7 किमी नहर को भूमिगत कर लो.नि.वि.ने किया नागरिक हित का कार्य .साल दर साल बीतने पर नहर कवरिंग रोड गडडे पड़ने से ट्रिटमेंट पर रोड को उधेड़ा .गौला से खनन कर लाते डम्फर टक्सर मौत का सामान ले जाते दिखते नागरिको को परेशानीयो को दूर करते हुऐ,रिटायर्ड कमीशनर राकेश शर्मा की ग्रेटर हल्द्वानी योजना पर दिन रात एक कर व्यवस्थीत हल्द्वानी को बनाया गया है। हल्द्वानी ठंडी सड़क,मलिन बस्ती राजपुरा,गोल्चा कम्पाउन्ड,भोलानाथ बगीचा,सिन्धी चौराहा(रामपुर रोड)कुसुमखेड़ा,ऊचापुल, ब्लाक मे अव्यवस्थित ढंग से कॉलौनिया काटी गयी थी।

हल्द्वानी स्थित कृषि उत्पादन मंडी को स्थानांतरित कर रुद्रपुर मे सिफ्ट किया गया,एनएच-74 के तहत रोड बनायी गयी,कारोबारियो को व्यवस्थीत व्यवसाय के गाईडलाइन दिये गये,वन-वे रोड होने से नागरिको की सुविधा को काठगोदाम से रामपुर रोड स्थित सुशिला तिवारी हास्पिटल तक (7 किमी) नहर को भूमिगत करना,व्यवसायीक नगरी डीसी के अतिरिक्त,गौलापार मे 9 किमी की नहर को भूमिगत किया जाना शामील था। व्यवसायीक नगरी डीसी का कार्य अधबना है। डीसी मे फाईनेन्स सेक्टर,रियल स्टेट सेक्टर,कम्पयूटर मार्केट,रैस्टोरैँट है।डीसी अभी अपूर्ण बना है। कारोबारीयो को व्यवस्थित व्यवसाय पर निगम प्रयासरत है।पटेल चौक से सदर बाजार तक कारोबारी किसी गाईडलाईन का पालन नही करते थे। नगर प्रशासन के सख्त गाईडलाईन होने,सिनीयर सिटीजन से दर-ब-दर बैठके कर कारोबार व्यवस्थित किया गया। मोटर वर्कशॉप लाईन के कारोबारी कोई गाईडलाईन नही मानते है। वन-वे रोड का विकल्प काठगोदाम से कैंसर हास्पीटल तक(7 किमी) सिचाई विभाग की नहर भूमिगत की गयी।

जिस पर हल्के वाहन के ड्राईव की अनुमति थी। नहर का पानी फसलो के लिये है। नहर भूमिगत करने से पहले फसलो के मानक के अनुरूप भूमीगत पाईप लाईने बिछायी गयी। 7 किमी नहर पर मजबूत पटाल बिछायी गयी। जिस पर वैक्लपिक रोड बनायी गयी। नियमो को ताक पर रख वैक्लपिक रोड पर गौला से डम्फर से 80 कुन्टल तक,टक्सर से 100 कुन्टल तक लदे खनन सामग्री ढोते देखा जा सकता है। डम्फरो टक्सरो की आवाजाही से रोड उखड़ने से दोपहिया वाहन चालक के अतिरिक्त राहगीर डम्फर टक्सर की दुर्घटना से घायल होते है,कई मामलो मे जान तक जाती है। हल्द्वानी प्रशासन का दुर्घटनाओ पर ध्यान न देना,नागरिको की जान से खिलवाड़ होना आपयाधिक राजनिती को दर्शाता है। प्रशासन का वैक्लपिक रोड पर ट्रिटमेंट मे भूमिगत नहर कवरिंग रोड को जगह-जगह उधेड़ कर छोड़ दिया गया।

हल्द्वानी-काठगोदाम प्रशासन की लापवाही का खामियाजा राहगीरो,दोपहिया वाहन चालको के डम्फरो से असमय दुर्घटना से मृत्यु से हल्द्वानी विधायक एव् प्रतिपक्ष नेता सूबे के मुखिया के साथ राजनिती करती दिखती है। घर परिवार मे साजिशन होती हत्याओ पर विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष सवालो पर प्रतिक्रिया न देना संदेहो के दायरे मे है। एनएच-74 रोड मे जिलाधीकारी से सचिव स्तर के अधिकारियो ने किसानो से रोड विस्तारिकरण को भूमि ली। अधिकारियो ने तत्कालीन परिवहन मंत्री को किसानो से मुनाफा मुल्य मे लिया भूमि का अच्छा खासा कमीशन बैंक मे जमा कराया। एसआईटी जांच बैठी। अधिकारीयो से पूछताछ की गयी। किसानो से एनएच-74 को ली गयी भूमि की जाकारी ली गयी। जिसमे संलिप्त अधिकारी जेल मे रोटी तोड़ रहे है। कमीशन का माल समेट तत्कालिन परिवहन मंत्री दल बदल दूसरे दल मे चले गये। एसआईटी की जांच मंत्री तक नही पहुची। कारण साफ नही हो पाया प्रवर्तन निदेशालय(ई.डी.)तक एसआईटी रिर्पोट पहुच पायी।

Related Articles

Back to top button