पाकिस्तान के आर्थिक हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। खाने-पीने की चीजों के दामों में लगाातार बढ़ोतरी हो रही है। कच्चे माल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी और आर्थिक संकट के कारण पाकिस्तान की कई बड़ी कंपनियों पर ताले लटक गए हैं।पिछले दिनों सबसे बड़ी रिफाइनरी पर ताला लटक गया है। अब पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है।
खत्म हुआ विदेशी मुद्रा भंडार
पाकिस्तान के पास मौजूद समय में सिर्फ 3.16 बिलियन डॉलर ही विदेशी मुद्रा भंडार बचा है। ऐसे में आयात करने के लिए उसके पास पैसे नहीं हैं। कच्चे माल की देश में कमी हो गई है। यहां तक कि पाकिस्तान बंदरगाहों पर मौजूद कंटेनरों को भी नहीं छुड़ा पा रहा है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में सुजुकी मोटर कॉर्प (Suzuki Motor Corp) 2 फरवरी को ही अपनी स्थानीय यूनिट को बंद कर चुकी है। इसके अलावा टायर-ट्यूब बनाने वाली गांधार टायर एंड रबर कंपनी ने 13 फरवरी को प्लांट बंद कर दिया। इसके अलावा उर्वरक, इस्पात और कपड़ा बनाने वाली कंपनियों ने स्थाई रूप से निर्माण बंद कर दिया है।
कई कंपनियों पर लटके ताले
पाकिस्तान में पिछले कुछ समय में कई बड़ी कंपनियां बंद हो चुकी हैं या उनके प्रोडक्शन को रोक दिया गया है। इनमें मिल्लत टैक्टर्स लिमिटेड, एग्रो फर्टिलाइजर्स लिमिटेड, जीएसके पीएलसी की पाकिस्तान ईकाई, फौजी फर्टिलाइजर बिन कासिम लिमिटेड, अमरेली स्टील्स लिमिटेड और निशात चुनियन लिमिटेड आदि बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
सबसे बड़ी रिफाइनरी हुई थी बंद
बता दें कि पिछले दिनों पाकिस्तान के कराची में स्थित सबसे बड़ी रिफाइनरी को भी बंद करना पड़ा था। कच्चे तेल की कमी के कारण यहां प्रोडक्शन बंद हो गया था। विदेशी मुद्रा में कमी के कारण कच्चा तेल खरीदने के लिए पाकिस्तान से पैसे नहीं बचे थे। हालांकि बाद में कच्चे तेल की सप्लाई के बाद यहां प्रोडक्शन दोबारा शुरू किया गया।