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कालाधन मामलाः मीट कारोबारी कुरैशी ने CBI चीफ को देने के नाम पर लिए 5 करोड़ रुपये!

नई दिल्लीः मीट कारोबारी मोईन कुरैशी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने कारोबारी प्रदीप कोनेरू के बयान के आधार पर शिकायत दर्ज की है. मोईन कुरैशी को लेकर प्रदीप कोनेरू ने आरोप लगाया है कि कुरैशी ने तत्कालीन सीबीआई डायरेक्टर एपी सिंह के लिए उनसे पांच करोड़ रुपये लिए थे. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुताबिक कुरैशी कोनेरू से जबरन पैसे वसूल रहा था. ईडी के अनुसार कुरैशी और उसके कर्मचारी आदित्य शर्मा के बीच ब्लैकबेरी मैसेंजर पर हुई बातचीत से साफ है कि कोनेरू से पैसे लिए गये थे. ईडी ने अपनी शिकायत में कोनेरू के बयान का वह अंश भी डाला है, इस बयान के अनुसार कोनेरू और कुरैशी की मुलाकात साल 2012 में दिल्ली में छतरपुर इलाके में किसी फार्म हाउस में हुई थी.

ईडी की शिकायत में दर्ज बयान के मुताबिक कुरैशी ने कोनेरू से कहा कि अगर उसे दो-तीन करोड़ रुपये दे दें तो वो सीबीआई में चल रहा उनका केस मैनेज कर सकते हैं जिससे कोनेरू का कानूनी खर्च बच सकता है. इसके बाद कुरैशी ने अपनी मांग बढ़ा दी और वह 3-4 करोड़ रुपये और मांगने लगा कोनेरू के मुताबिक कुरैशी ने उनसे कहा कि जो भी पैसा वो उसे दे रहे हैं वह पैसा कहा कि जो भी पैसा एपी सिंह (तत्कालीन सीबीआई प्रमुख) के खर्चों के लिए है जो उन्होंने देश और विदेश में किए हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक कोनेरू ने ईडी से कहा, “मैंने (कुरैशी को) 5.25 करोड़ रुपये 2012 में दिए और साल 2013 में 50 लाख रुपये दिए क्योंकि वो मुझे धमका रहे थे, वो कह रहे थे कि मेरे पिता को नुकसान पहुंच सकता है क्योंकि सीबीआई के तत्कालीन डायरेक्टर रंजीत सिन्हा भी उनके जानने वाले और करीबी हैं..मैंने उन्हें कुल 5.75 करोड़ रुपये दिए लेकिन उन्होंने मेरे पिता के मामले में कोई मदद नहीं की.” इंडियन एक्सप्रेस ने जब इस मामले में एपी सिंह से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने एक मैसेज में कहा, “सॉरी, वकील ने इस मामले पर मीडिया या प्रेस करने से सख्त रूप से मना किया है.” कोकोनेरू के पिता ट्राइमेक्स ग्रुप के संस्थापक हैं जो हैदराबाद की एक हाउसिंग परियोजना में हुए कथित घोटाले में आरोपी थे. सीबीआई ने उनके खिलाफ फरवरी 2012 में आरोपपत्र दायर किया था.

आपको बता दें कि दिल्ली की एक अदालत मांस के कारोबारी मोइन अख्तर कुरैशी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के इस मामले में दस्तावेजों की सात नवंबर को जांच करेगी. मोइन कुरैशी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में आरोप पत्र दायर किया है. करीब 7000 पन्नों के आरोप पत्र में प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया है कि कुरैशी ने दो कारोबारियों प्रदीप कोनेरू और सतीश साना से साढ़े सात करोड़ रूपये ‘‘वसूल’’ लिये. एजेंसी ने दावा किया कि कुरैशी ने पूर्व सीबीआई निदेशकों रंजीत सिन्हा और ए पी सिंह के नाम का इस्तेमाल करते हुये कारोबारियों को उनके खिलाफ चल रहे सीबीआई के मामलों में मदद का वादा किया था.

रिपोर्ट में कहा गया कि बीबीएम के संदेशों और गवाहों के बयानों से भी इसकी पुष्टि होती है. इसमें दावा किया गया है कि कुरैशी की विदेश में चार कंपनियां -एस एम प्रोडक्शन प्रा लि, पर्णिया कुरैशी कंसल्टेन्सी प्रा लि, अब्दुल माजिद कुरैशी प्रापर्टी फर्म और ग्रेट हाइट इंफ्राटेक लि हैं और उसके 45 विदेशी खाते थे. इसमें यह भी आरोप लगाया गया है कि वह भारत में 17 संपतियों का मालिक है और उसने हवाला कारोबार के माध्यम से चार करोड रूपए से अधिक की रकम विदेश भेजी.

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