गांव के विकास में पंच-सरपंच, सचिव और रोजगार सहायकों की महत्वपूर्ण भूमिका- लोक निर्माण मंत्री
जनता ने आपको पंच, सरपंच के रूप में अपना प्रतिनिधि चुनकर शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन कर लोगों की सेवा करने का सुनहरा अवसर दिया है। सभी पंच, सरपंचों को जनता के विश्वास पर खरा उतरने के लिए पूरी गंभीरता से अपनी पंचायत, अपने गांव के विकास के लिए कार्य करना चाहिए। यह बात लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह ने बेगमगंज जनपद कार्यालय में आयोजित सरपंच, उपसरपंच, सचिव तथा रोजगार सहायकों की समीक्षा बैठक में कही।
लोक निर्माण मंत्री श्री सिंह ने कहा कि यदि आप का काम अच्छा होगा तो गांव ही नहीं पूरे क्षेत्र में आपके काम की सराहना होगी और आपको भी संतुष्टि मिलेगी तथा जनता का विश्वास आप पर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि शासन की सभी योजनाओं से पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाए। आपका यह प्रयास होना चाहिए कि कोई भी पात्र हितग्राही शासन द्वारा दी जा रही सुविधा या सेवाओं से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि पंच, सरपंच, सचिव तथा रोजगार सहायक निर्माण एवं विकास कार्यो की पहली और महत्वपूर्ण कड़ी है। यह सभी मिलकर कार्य करें तो निश्चित ही अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे और काम समय सीमा में पूर्ण हो सकेंगे, जिसका लाभ ग्रामवासियों को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि जहां स्वच्छता रहती है वहां ईश्वर का वास रहता है। देश को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत यह अद्भुत कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसमें हम सभी की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि गांव में शौचालय बनाने के साथ ही उनका नियमित उपयोग करने तथा गांव को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए सभी को पूरी गंभीरता से काम करना होगा। श्री सिंह ने देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी तथा प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चलाई जा रही अनेक कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने बैठक में शौचालय निर्माण तथा प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास निर्माण की समीक्षा की।
गांव के विकास में पंच-सरपंचों की महती भूमिका है- कलेक्टर
कलेक्टर श्रीमती भावना वालिम्बे ने कहा कि सरपंच, उपसरपंच, सचिव तथा रोजगार सहायक के साथ मिलकर शासकीय योजनाओं की समीक्षा की जा रही है। ग्राम पंचायत द्वारा किए जाने वाले कार्यो में केवल सचिव और रोजगार सहायक ही नहीं बल्कि पंच-सरपंच भी शामिल हैं। पंचायत राज अधिनियम के तहत पंच-सरपंच निर्वाचित हुए हैं और शासन ने उनको गांव के विकास की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है और योजनाओं के क्रियान्वयन एवं संचालन में सभी मिलकर काम करेंगे तो निश्चित ही सफलता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सिर्फ सचिव को निर्देश देने से या उस पर कार्यवाही करने से किसी योजना का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन संभव नहीं है। बिना पंच-सरपंच के सहयोग के गांव के विकास का कोई कार्य बेहतर ढंग से करना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि केवल आदेश जारी करने से किसी गांव को खुले में शौच से मुक्त नहीं किया जा सकता। लोगों की खुले में शौच जाने की मानसिकता में परिवर्तन लाकर और उन्हें खुले में शौच के नुकसान के बारे में जानकारी देकर उन्हें शौचालय बनाने और उनका नियमित उपयोग करने के लिए प्रेरित करके ही गांव को ओडीएफ बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों की बात का लोगों पर व्यापक असर पड़ता है। यदि वे किसी काम को करने के लिए कहते हैं तो लोग निश्चित ही उनका अनुसरण कतरे हैं। इसलिए गांव को खुले में शौच से मुक्त बनाने में पंच-सरपंच तथा सभी जनप्रतिनधियों की महत्वपूर्ण भूमिका है।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अमनवीर सिंह बैंस ने स्वच्छ भारत मिशन और प्रधानमंत्री अवास योजना की प्रगति की विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि 02 जुलाई को किए गए वृक्षारोपण का भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। जो पौधे नष्ट हो गए हैं उनके स्थान पर दूसरे पौधे लगाए जाएंगे और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी पौधे जीवित रहें।