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हांगकांग की नेता कैरी लाम ने मतदाताओं का सरकार के प्रति असंतोष स्वीकार किया

हांगकांग : हांगकांग की बेहद अलोकप्रिय नेता कैरी लाम ने मंगलवार को स्वीकार किया कि पिछले सप्ताह के अंत में हुए चुनाव में जनता ने उनकी सरकार के प्रति असंतोष प्रकट किया है। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने शहर के लोकतंत्र समर्थकों को कोई नई रियायत नहीं दी। बता दें कि हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक उम्मीदवारों ने शहर की 452 सदस्यीय 18 जिला परिषदों में भारी जीत दर्ज कर शानदार बहुमत हासिल किया। इन सीटों पर पहले चीन समर्थकों का दबदबा था।

लाम ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रविवार को संपन्न जिला परिषद चुनाव में सरकार की कमियों सहित मौजूदा अस्थिर माहौल से निपटने और निश्चित रूप से हिंसा को समाप्त करने में लगे समय से नाखुशी को लेकर चिंता उत्पन्न की गई है। मुख्य कार्यकारी ने संकल्प लिया कि उनकी सरकार समुदाय-स्तर के चुनाव के परिणाम को गंभीरता से लेगी, जिसमें चीन समर्थक उनकी सरकार को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपने शासन में भी सुधार करेगी। जब उनसे यह पूछा गया कि क्या चीन ने हार की जिम्मेदारी लेने को कहा है तो इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है।

उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में मौजूद प्रदर्शनकारियों को शांति से बाहर आने की बात एक बार फिर दोहराई। बता दें कि परिणाम आने के बाद अनुमान लगाया जा रहा था कि बीजिंग कैरी लाम को पद छोड़ने के लिए कह सकता है, लेकिन चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार को सरकार के समर्थन की बात दोहराई। उधर, प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच ¨हसा का मुख्य केंद्र बिंदु रहे हांगकांग पालिटेक्निक यूनिवर्सिटी के पूरे परिसर की छानबीन की गई, लेकिन वहां सिर्फ एक प्रदर्शनकारी मिला।

चीन की सरकारी मीडिया ने वोटिंग की वैधता पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि यह पूरी तरह ¨हसा पर आधारित था। पीपुल्स डेली ने कहा कि सामाजिक अशांति ने चुनाव प्रक्रिया को गंभीर रूप से बाधित किया। चाइना डेली के अंग्रेजी भाषा के संस्करण में एक संपादकीय में कहा गया है कि पूरे चुनाव के दौरान डराने-धमकाने का दौर चला, जिससे सत्ता समर्थक प्रत्याशियों का अभियान प्रभावित हुआ। इसमें यह भी कहा गया कि बाहरी ताकतों ने हांगकांग में सरकार विरोधी अभियान चलाने में महीनों तक मदद की, जिससे सत्ता समर्थक प्रत्याशियों के चुनाव की संभावनाओं को नुकसान हुआ।

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