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मिला गया पूर्ण तहसील का दर्जा लेकिन ये सिर्फ कागजी में है दिखावा पटवारी भवन में लगता था तहसील कार्यालय जो सप्ताह में एक भी दिन नहीं खुलता

नई सरकार के बनने पर चांदनी क्षेत्र की जनता को जगी थी आस परन्तु आस पर फिर गया पानी

ब्यूरो अंजनी चौबे
सूरजपुर जिले के चांदनी क्षेत्र बिहारपुर जो जाने माने क्षेत्र में सुकुमार है  यह दुरांचल क्षेत्र  के नाम से जाना जाता है वैसे तो पहले कालापानी के नाम से जाना जाता था लेकिन धीरे धीरे कुछ हद सुधार हो गया है ।ऐसे क्षेत्र में जो पूर्व की सरकार में उप तहसील के नाम से चांदनी क्षेत्र बिहारपुर में लग रहा था जैसे ही नई सरकार आई तो कुछ ही दिन चला इसके बाद से लगातार एक साल से तहसील नहीं लगने से इस दूर दराज के लोगों को काफी परेशान होना पड़ रहा है।  जाति आय निवास नक्सा बी -1  खसरा जैसे अन्य तहसील कार्य के लिए लोगों को 70 किमी दूर ओड़गी जाना पड़ता है । ओड़गी अत्यधिक दूर होने के कारण  छोटा से छोटा कार्य न होने पर भी नाखुश वापस लौटना पड़ता है । अगर मजदूर मजदूरी करके किसी तरिके से पैसा इकट्ठा करके बस से सफर करके जाता है और वहाँ रुकना पड़ जाए तो फिर उसको फिर मुसीबत खडा़ हो जाता है। जब नई सरकार आई तो काफी खुश दिख रहे थे लेकिन तहसील जैसे अन्य कार्यों का काम न होना इसमें किसान मजदूर काफी मायूस सा हो गए हैं।तहसील न लगने कारण पता नहीं चल पा रहा है कि  इसका कारण क्या है अधिकारी कर्मचारियों की कमी है या अधिकारी ऐसे दुरांचल क्षेत्र में आना नहीं चाहते हैं स्पष्ट रूप से कारण पता नहीं चल पा रहा है।

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