चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने कम समय में ही टीम इंडिया में अपनी अलग जगह बनाई है। लेकिन उन्हें यह सफलता एेसे ही नहीं मिली। इसके लिए उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा। यह वाकये को याद करते हुए कुलदीप ने कहा कि जब किसी ने उनका सपोर्ट नहीं किया तो गौतम गंभीर उनके साथ खड़े थे और वह इसके लिए उनके शुक्रगुजार हैं। क्रिकेटनेक्सट को दिए इंटरव्यू में कुलदीप ने कहा, मैं हमेशा गौतम भाई का शुक्रगुजार रहूंगा, क्योंकि जब मैं कुछ नहीं था तो उन्होंने मुझे सपोर्ट किया। यह वो समय था, जब मुझे कोई भी नहीं जानता था। उनकी कप्तानी में मैं कोलकाता नाइट राइडर्स में खेल चुका हूं। मैं भारत के लिए सभी प्रारूपों में खेलना चाहता था, लेकिन उसके लिए मुझे उनके जैसे किसी शख्स की गाइडेंस की जरूरत थी। साल 2012 के आईपीएल में कुलदीप को मुंबई इंडियन्स ने खरीदा था, लेकिन वह सिर्फ बेंच पर ही बैठे रहे। इसके बाद उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स ने उन्हें 2014 की चैम्पियंस लीग में मौका दिया और गौतम गंभीर ने उनका बखूबी इस्तेमाल किया। कुलदीप भारत के पहले चाइनामैन गेंदबाज हैं और तेज गेंदबाज बनने की बजाय अपने कोच की सलाह मानकर उन्होंने इस पर काम किया। इस गेंदबाज ने भारत की ओर से अब तक 8 वनडे खेले हैं, जिसमें उन्होंने 13 विकेट झटके हैं, वो भी 4.24 की औसत से। वहीं दो टेस्ट मैचों में उन्होंने 9 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा है।
गौरतलब है कि अॉस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे मैच में भी कुलदीप ने अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्होंने 33 रन देकर 2 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा था, जिसमें खतरनाक डेविड वॉर्नर भी शामिल थे। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 282 रनों का लक्ष्य रखा था। एक वक्त पर भारत के 87 रनों पर 5 विकेट गिर गए थे। लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के 79 और हार्दिक पंड्या के 83 रनों की बदौलत भारत सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाया।
भारतीय पारी के बाद बारिश आ गई और अॉस्ट्रेलिया को 21 ओवरों में 164 रनों का लक्ष्य मिला, जो बहुत मुश्किल नहीं था। भारतीय गेंदबाजों को आगे कंगारू बल्लेबाजों की एक न चली और 76 रन पर उसके 6 बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। मैक्सवेल ने बड़े शॉट्स खेलने की कोशिश की, लेकिन वह 39 रन बनाकर युजवेंद्र चहल का शिकार बने। अॉस्ट्रेलिया की पारी 139 रनों पर सिमट गई और भारत 26 रनों से मैच जीत गया।