श्रमिक सम्मेलन में CM की घोषणा, पब्लिक स्कूल की तर्ज पर बनेंगे श्रमोदय विद्यालय
भोपाल। श्रमिक भाइयों का अपने बच्चों को बड़े स्कूलों पढ़ाने के सपना अब हकीकत में साकार होगा। सरकार चार बड़े शहर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और सीहोर में पब्लिक स्कूल की तर्ज पर श्रमोदय विद्यालय बनवाएगी। इस स्कूल की खास बात ये होगी कि ये श्रमिकों के बच्चे के लिए होंगे। इतना ही नहीं प्रतिभाशाली बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए निःशुल्क कोचिंग की व्यवस्था भी सरकार करवाएगी। ये घोषणा सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुलर में आयोजित श्रमिक सम्मलेन को संबोधित करते हुए की।
– सीएम ने कहा कि देश और प्रदेश यदि आज विकास के पथ पर है तो उसका सबसे बड़ा श्रेय हमारे श्रमिक भाइयों को जाता है। प्रदेश की बढ़ी विकासदर में आपके हाथों में ही है। यदि आपको इस विकास का लाभ नहीं मिला तो फिर वह विकास, विकास नहीं है। आपकी सेवा मेरे लिए भगवान की सेवा के बराबर है। प्रदेश में कोई भी मजदूर बिना मकान के नहीं रहेगा, यही हमारे सरकार की प्राथमिकता है।
– हमारी कोशिश है कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ हम सभी मजदूरों को दें। मजदूरों के घरों को हम 200 रुपए महीना में रोशन करेंगे। इसके लिए किसी मीटर की जरूरत नहीं होगी। सीएम ने कहा कि ऐसे चार और सम्मेलन होंगे। श्रमिक भाइयों को बच्चों के पढ़ाई की चिंता करने की जरूरत नहीं है, उनकी पहली से लेकर उच्च शिक्षा तक की फीस सरकार भरेगी।