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सीएम योगी आदित्‍यनाथ आगरा दौरे पर, थोड़ी देर में करेंगे ताजमहल का दीदार

लखनऊ: ‘विश्व धरोहर’ ताजमहल को लेकर उठे विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज इस ऐतिहासिक इमारत को देखने के लिए आगरा पहुंचे हैं. ताजमहल के दीदार से पहले यहां योगी आदित्‍यनाथ ने झाड़ू लगाकर स्‍वच्‍छता अभियान की शुरुआत भी की.

यहां पहुंचने पर सीएम ने आगरा में रबर बैराज निर्माण की घोषणा की. ताजमहल की लकड़ी की नींव को मजबूत रखने के लिए यह बैराज बनाया जाएगा.

निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, मुख्यमंत्री ताजमहल में करीब 30 मिनट गुजारेंगे. इससे पहले वह पास के ही शाहजहां पार्क का भ्रमण भी करेंगे. योगी ताजमहल के पश्चिमी द्वार के पास 500 भाजपा कार्यकर्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ स्वच्छता अभियान शुरू करेंगे. बताया जा रहा है कि सीएम इस दौरान आगरा में 150 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास करेंगे.

पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री ताजमहल के अंदर के सभी स्थानों का भ्रमण करेंगे. सीएम योगी भाजपा के ऐसे पहले मुख्यमंत्री होंगे, जो ताजमहल का भ्रमण करेंगे. वह ताजमहल से आगरा किले के बीच पर्यटक मार्ग की आधारशिला भी रखेंगे.

अवस्थी ने बताया कि राज्य सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह ताजनगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से विकास योजनाओं पर 370 करोड़ रुपये खर्च करेगी.

सरकारी सूत्रों के अनुसार, वह ताजनगरी को कई सौगात दे सकते हैं. मुख्यमंत्री यहां पर्यटन संबंधी 150 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इसके अलावा वह पानी की समस्या को लेकर भी बड़ी घोषणा कर सकते हैं और साथ ही वह ताज को लेकर छिड़े विवाद को भी खत्म करने का प्रयास करेंगे.

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री इन दिनों प्रदेश के विभिन्न हिस्सों की चुनावी यात्रा पर हैं. निकाय चुनाव की घोषणा से पहले मुख्यमंत्री की इस यात्रा को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

योगी आदित्यनाथ का यह दौरा इसलिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि ताजमहल अनेक विवादास्पद बयानों और परिघटनाओं की वजह से चर्चा में है. सबसे पहले पर्यटन विभाग की पुस्तिका में ताज महल को शामिल नहीं किए जाने को लेकर विवाद उठा था. उसके बाद भाजपा विधायक संगीत सोम ने इस इमारत को भारतीय संस्कृति पर ‘धब्बा’ बताते हुए नया विवाद पैदा कर दिया था. भाजपा के राज्यसभा सांसद विनय कटियार ने इसे ‘तेजो महालय’ करार देते हुए इस विवाद को और हवा दे दी थी. इस विवाद के बीच, गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी ने ताजमहल को भारतीयों के ‘खून पसीने’ से बनी इमारत बताते हुए इसे विश्वस्तरीय करार दिया था.

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