टीम इंडिया की नई ‘दीवार’ कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा देश के नंबर एक टेस्ट बल्लेबाज हैं और मौजूदा आईसीसी रैंकिंग्स में वह स्टीव स्मिथ, जो रूट और केन विलियमसन के बाद चौथे पायदान पर हैं। बड़े-बड़े बॉलर्स को अपने धैर्य और हौसले से पस्त करने वाले पुजारा ने इस प्रारूप में कई रिकॉर्ड्स बनाए हैं। राहुल द्रविड़ की तरह उन्हें भी टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाजों में गिना जाने लगा है। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में 12 शतक जड़ने वाले पुजारा भी दो गेंदबाजों से खौफ खाते हैं। श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट की पहली पारी में शतक जड़ने वाले पुजारा ने बताया कि उन्हें द.अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन और मॉर्ने मॉर्केल को खेलने में सबसे ज्यादा परेशानी हुई। 3 अगस्त से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में उतरते ही पुजारा भी 50 टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे। विजडन इंडिया से बातचीत में पुजारा ने बताया, मेरे डेब्यू के बाद साल 2011 में पहला विदेशी टूर द.अफ्रीका का था, जहां मुझे डेल स्टेन और मॉर्ने मॉर्केल का सामना करना पड़ा। उन्हें खेलने में सबसे ज्यादा दिक्कत हुई। पुजारा ने बताया, इसके बाद मैंने सीखा और वहां 2013 में दोबारा गया। तब इतनी परेशानी नहीं हुई, लेकिन 2011 मुश्किल था। पुजारा ने अब तक 49 टेस्ट मैच खेले हैं और 52.18 की औसत से 3996 रन बनाए हैं। उनका स्ट्राइक रेट 48.17 का रहा है।
गौरतलब है कि भारत ने शनिवार को गॉल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मैच में श्रीलंका को चौथे दिन ही 304 रनों से करारी शिकस्त दी थी। भारत ने मेजबान टीम के सामने चौथी पारी में 550 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था, जिसे श्रीलंका की टीम हासिल नहीं कर पाई और चौथे दिन 245 रनों पर ढेर हो गई। भारत ने शिखर धवन (190), चेतेश्वर पुजारा (153), अजिंक्य रहाणे (57), हार्दिक पांड्या (50) की बेहतरीन पारियों के दम पर अपनी पहली पारी में 600 रन बनाए थे, जिसके जवाब में श्रीलंका की पहली पारी 291 रनों पर सिमट गई थी। भारत ने पहली पारी के आधार पर 498 रनों की बढ़त ले ली थी।
इसके बाद भारतीय टीम ने मैच के चौथे दिन शनिवार को पहले सत्र में अपनी दूसरी पारी 240 के स्कोर पर घोषित करते हुए मेजबान टीम को चौथी पारी में 550 रनों की विशाल चुनौती प्रदान की थी। दूसरी पारी में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने नाबाद 103 और अभिनव मुकुंद ने 81 रनों की पारी खेली। चौथी पारी में विशाल स्कोर का पीछा करने उतरी मेजबान टीम भारतीय गेंदबाजों के आगे दो सत्र भी नहीं टिक पाई। श्रीलंका के लिए दिमुथ करुणारत्ने ने सर्वाधिक 97 और निरोशन डिकवेला ने 67 रनों का पारियां खेलीं। श्रीलंका की तरफ से नौ बल्लेबाज ही बल्लेबाजी करने उतरे, क्योंकि असेला गुणारत्ने चोटिल होने के कारण टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए हैं, वहीं कप्तान रंगना हेराथ भी चोट के कारण बल्लेबाजी करने नहीं उतरे। भारत के लिए रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन ने दूसरी पारी में तीन-तीन विकेट लिए। मोहम्मद शमी और उमेश यादव को एक-एक विकेट मिला।