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BJP की यूपी में 2014 के इतिहास को दोहराने की कोशिश, बनाई यह रणनीति

मिशन 2019 (Mission 2019) की तैयारी में जुटी भाजपा (BJP) राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उत्तर प्रदेश सबसे अहम राज्य होगा। जिसमें सबसे अधिक लोकसभा सीटें हैं और इस राज्य में अभी तक भाजपा का लगभग एकतरफा राज है। भाजपा का प्रयास है कि वह यहां 2014 के इतिहास को फिर से दोहरा सके। 2014 में इस प्रदेश की 80 में से 73 लोकसभा सीटें भाजपा ने जीती थी और इस बार 73 प्लस सीटों पर जीत हासिल की जाए। जिसके लिए सभी बूथों पर 51 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने की रणनीति पर भी पार्टी के पदाधिकारी काम कर रहे हैं। हर बूथ पर जहां पचास नए सदस्य बनाए गए हैं, वहीं 21 लोगों की बूथ कमेटी का भी गठन किया गया है।

भाजपा की चुनाव से पहले सबसे बड़ी बैठक दिल्ली में होने जा रही है। इस बैठक में लोकसभा चुनाव में जीत का ट्रंप कार्ड टीम मोदी द्वारा निकाला जाएगा। बैठक में चुनाव की पूरी रणनीति तय कर भाजपा के रणनीतिकार सियासी मैदान में उतार दिए जाएंगे। यह पहला मौका है जब भाजपा चुनाव से पहले इतनी बड़ी बैठक का आयोजन करने जा रही है। इसमें जिले और महानगर के महामंत्री स्तर तक के पदाधिकारियों और विस्तारकों को भी शामिल किया गया है।

‘2014 की गलती 2019 में न दोहराएं वरना किसान को भुगतना पड़ेगा खामियाजा’
भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक 11 और 12 जनवरी को दिल्ली में आयोजित की जा रही है। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत देशभर में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, तमाम केंद्रीय मंत्री और सभी अहम पदाधिकारियों समेत हर जिले की टीम शामिल रहेगी। इस बैठक में पहली बार जिले व महानगर के संगठन के महामंत्रियों और सभी क्षेत्रों में लगाए गए विस्तारकों को भी बुलाया गया है। यह खुली बैठक होगी, जिसमें पार्टी अपने लोकसभा चुनाव के एजेंडे को रखेगी।

पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिल रही जानकारी के अनुसार लोकसभा चुनाव से पहले होने जा रही यह पार्टी की सबसे बड़ी बैठक है। जिसमें पूरे देश से भाजपाई जुटेंगे। इस बैठक में ही शीर्ष नेतृत्व द्वारा अपने ट्रंप कार्ड निकाले जाएंगे और पूरे चुनाव को लेकर रणनीति तय कर दी जाएगी।

बैठक में राम मंदिर निर्माण, बेरोजगारी और सर्वणों के लिए घोषित आरक्षण अहम मुद्दे रहेंगे। पदाधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे जनता के बीच किन मुद्दों को लेकर जाएंगे और किसका उन्हें प्रचार करना है और कैसे अधिक से अधिक लोगों को संगठन से जोड़ना है और पूरा संगठन चुनाव में किस तरह से कार्य करेगा। सोशल मीडिया भी इस बैठक में अहम मुद्दा होगी।

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पश्चिम क्षेत्र के 399 पदाधिकारी लेंगे हिस्सा : अश्वनी त्यागी

राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पश्चिम क्षेत्र के 19 जिलों से 399 पदाधिकारी शामिल होंगे। यह सभी पदाधिकारी शुक्रवार को दिल्ली पहुंच जाएंगे। क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्वनी त्यागी ने कहा कि पश्चिम क्षेत्र से 399 पदाधिकारी बैठक में शामिल होंगे, जिसमें राष्ट्रीय, प्रदेश और क्षेत्रीय संगठन के पदाधिकारी, सांसद और विधायक समेत अन्य महत्वपूर्ण लोग हैं। आगामी लोकसभा चुनाव की दृष्टि से यह बैठक अहम है।

राष्ट्रीय परिषद की बैठक में बुलाए गए पदाधिकारी

राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद के सदस्य

सांसद और विधायक, पूर्व सांसद और पूर्व विधायक

सभी मोर्चो के राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रकल्प-विभाग के राष्ट्रीय संयोजक व सहसंयोजक

सभी मोर्चो के प्रदेश अध्यक्ष

प्रदेश पदाधिकारी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, कोर कमेटी के सदस्य, प्रदेश की लोकसभा संचालन समिति के सदस्य

नगर निगम और नगर पालिकाओं व जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष

जिलाध्यक्ष व जिला महामंत्री

संगठन मंत्री और लोकसभा स्तर पर विस्तारक

प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र की संचालन समिति

प्रदेश स्तर पर प्रकोष्ठों के संयोजक व सहसंयोजक

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