देश

बाबा ने रची थी दंगे की साजिश, हनीप्रीत को मिला था अमल में लाने का काम

चंडीगढ़. गुरमीत राम रहीम ने अपने गुंडों के साथ मीटिंग करके पंचकूला में दंगा भड़काने की साजिश रची थी। सिरसा डेरे में इसकी प्लानिंग तीन राउंड की मीटिंग में हुई थी। पहली मीटिंग में गुरमीत सिर्फ 11 खास लोगों से मिला था। इस मीटिंग में हनीप्रीत भी थी। उसका जिम्मा था कि साजिश को वैसे ही अंजाम दिया जाए जैसी प्लानिंग हुई है। इन 11 लोगों ने अगली मीटिंग में 11 अन्य डेरा समर्थकों को बाबा का हुक्म सुनाया था। तीसरी मीटिंग में यही बात अन्य समर्थकों को बताई गई। यह खुलासा अब तक पकड़े गए पांच डेरा समर्थकों से पूछताछ में हुआ है। दंगा भड़काने वालों में शामिल थे पांचों लोग…
– अरेस्ट हुए ये पांच लोगउस 45 मेंबर्स की कमेटी में शामिल थे, जिन्होंने पंचकूला में दंगा भड़काया।
– साध्वी यौन शोषण केस में फाइनल बहस पूरी होने के साथ ही इन लोगों ने पंचकूला और उसके आसपास के एरिया में 9 मकानों में डेरा डाल दिया था।
– पुलिस का कहना है कि 7 दिन के रिमांड पर लिया गया दिलावर हनीप्रीत और आदित्य इंसां के बारे में बहुत कुछ जानता है।
– उससे पूछताछ में साजिश से जुड़े कई नए खुलासे हो सकते हैं।
ऐसे रची गई साजिश
– दंगा भड़काने की साजिश के बारे में पुलिस से पहले सीआईडी की इंटेलीजेंस रिपोर्ट में खुलासा हो गया था। इस रिपोर्ट में खासतौर पर कहा गया था कि केस के फाइनल बहस होने के साथ-साथ ही डेरे में खुफिया मीटिंग्स चल रही हैं। इन मीटिंग्स में अलग-अलग जिलों के प्रधानों और डेरे के सबसे खास 11 लोगों को बार-बार बुलाया गया।
– अभी तक की जांच में सामने आया है कि राम रहीम 45 मेंबर्स की कमेटी में से 11 लोगों को ही अपने पास बुलाता था और केस के फैसले के बाद क्या करना है इस बारे में डिस्क्शन करता था।
– इन मीटिंग्स में हनीप्रीत मौजूद होती थी। पूरी प्लानिंग को सही तरीके अंजाम दिलवाने और इंस्ट्रक्शन जारी करने का जिम्मा उसी का था।
– ये 11 लोग दूसरे राउंड में सेकेंड लेवल के 11 लोगों से मीटिंग करते थे। जिसमें बताया जाता था कि बाबा का ये हुक्म है। प्लानिंग की डिटेल देने के बजाय सिर्फ हुक्म सुनाते थे।
– ये लोग तीसरे राउंड में बाकी लोगों से मीटिंग करते थे। इसके बाद इसे समर्थकों तक पहुंचाया जाता था।
नंबर बदलकर घरवालों को किए फोन, फिर सिम कार्ड तोड़ दिए
– जैसे ही 25 अगस्त को पंचकूला में दंगा हुआ, उसके बाद 27 अगस्त तक सुरेंद्र धीमान इंसां का मोबाइल नंबर ऑन था। दंगा भड़काने में अहम रोल निभाने वाले बाकी सभी ने मोबाइल ऑफ कर दिए थे।
– इस दौरान सुरेंद्र ने अपने मोबाइल एक और नंबर से इनके नंबरों पर कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की, लेकिन किसी का नंबर नहीं लगा।
– दंगा भड़काने वालों ने दूसरे नंबरों से अपने-अपने घरवालों को कॉल किए थे। इनमें से कुछ लोगों ने फोन करने के बाद सिम कार्ड तोड़ दिए, जबकि कुछ लोगों ने नंबर बदल-बदलकर फोन किए।
– शुक्रवार को रिमांड पर लिए गए दिलावर ने कुछ नए मोबाइल नंबर लेकर कुछ ऐसे कॉल किए, जो संदिग्ध हैं। ये कॉल पुलिस की सर्विलांस टीम के स्कैनर में आए, जिसके बाद ही इनका पता चल सका।
12 साल से बाबा का गनमैन रहा ओम बुडानिया गिरफ्तार
– इस बीच राजस्थान पुलिस के कमांडो ओम बुडानिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वो पिछले 12 साल से बलात्कारी बाबा के पास गनमैन था।
– हनुमानगढ़ में रहने वाले ओम बुडानिया को अदालत ने 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है।
– सर्विलांस टीम ने 20 मोबाइल फोन नंबर अंडर स्कैनर लगा रखे हैं। ये नंबर बार-बार बंद होते हैं और उसके बाद इंटरनेट कॉलिंग की जा रही है। कई बार नंबरों को चेंज करने का गेम भी चल रहा है।
– ट्रेस करने पर इसमें राजस्थान के कुछ लोकेशंस का पता चला है। इसीलिए एसआईटी वहां रेड करने गई है।

Related Articles

Back to top button