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चीन की चुनौती से निपटने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने उठाया ये बड़ा कदम

प्रशांत महासागर में चीन की चुनौतियों से निपटने के लिए शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिटिश कंपनी बीएई के साथ युद्धपोतों की नई पीढ़ी तैयार करने के लिए 26 अरब डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट किया है. आधिकारिक रुप से बीएई आक्रमणाकरी जंगी जहाज बनाने के लिए जाना जाता है. इटली की फिनकेन्टिरी और स्पेन की नवान्तिया को पछाड़कर बीएई ने यह कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया है.

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने कहा, “ये दुनिया में सबसे उन्नत एंटी-पनडुब्बी युद्धपोत होंगे और आने वाले दशकों तक देश की सुरक्षा का काम करेंगे.”

उन्होंने कहा, “युद्धपोत ऑस्ट्रेलिया के सुरक्षा बलों को सबसे ज्यादा घातक बनाएंगे और वैश्विक अनिश्चितता के युग में सतह के लड़ाकों की आवश्यकता का निवारण करेंगे. वे स्वतंत्र रुप से विभिन्न प्रकार के मिशन को अंजाम दे सकेंगे और पूरे क्षेत्र में प्रभावी ढंग के काम कर सकेंगे.”

अनुबंध की एक खास बात ये शर्त है कि युद्धपोतों का निर्माण ऑस्ट्रेलिया में किया जाएगा ताकि घरेलू नौकरियों में वृद्धि हो सके.

बीएई युद्धपोतों का डिजाइन तैयार करेगी और ऑस्ट्रेलियाई सरकार की स्वामित्व वाली एएससी के स्टील से युद्धपोत तैयार किए जाएंगे, जिससे ऑस्ट्रेलिया में 4,000 नौकरियां पैदा होंगी.

ब्रिटेन ने कहा कि यह अनुंबध ‘चार साल से सरकारों के बीच जुड़ाव का परिणाम है’ और ब्रेग्जिट के बाद की संभावनाओं के लिए उसका स्वागत करता है. ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने कहा, “इस अनुबंध के बड़े स्तर और प्रकृति ने ब्रिटेन को समुद्री डिजाइन और इंजीनियरिंग में सबसे आगे रख दिया है और यह दर्शाता है कि अगर ब्रिटेन की सरकार और उद्योग मिलकर काम करें तो क्या-क्या हासिल किया जा सकता है.”

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ब्रिटेन की प्रधानमंत्री ने कहा, “हम हमेशा इस बात को लेकर स्पष्ट थे कि अगर हम यूरोपीय संघ को छोड़ते हैं तो हमारे पास ऑस्ट्रेलिया जैसे सहयोगियों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाने का अवसर होगा. यह अनुबंध इस बात का आदर्श उदाहरण है कि सरकार उसी तरह काम कर रही हैं.”

चीन पर होगी नजर
नए पोत ऑस्ट्रेलिया के वर्तमान नौ एएनजेडएसी क्लास के युद्धपोतों का स्थान लेंगे जो उत्तर कोरिया जैसे देशों के खतरों का सामना करने के लिए लंबी दूरी की अत्याधुनिक मिसाइल रक्षा प्रणाली से लैस होंगे.

यह देश का अबतक का सबसे बड़ा नौ-सेना निवेश है जिसके तहत 12 युद्धपोत और 12 गश्ती जहाजों का निर्माण कराया जाना है. ये युद्धपोत 2020 के अन्त तक ऑस्ट्रेलिया की नेवी में शामिल हो जाएंगे.

दक्षिण चीन सागर में चीन के नौ-सैनिक अड्डे के बाद उसपर नजर रखने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने नेवी पर यह बड़ा निवेश किया है. टर्नबुल ने कहा, ‘हम बढ़ते जोखिम वाली दुनिया में हैं. हमें जरूरत है कि हम ऑस्ट्रेलिया की रक्षा करने की क्षमता में वृद्धि करें.”

बीएई सिस्टम के चीफ एग्जक्यूटिव चार्ल्स वुडबर्न ने इस अनुबंध के बाद कहा कि इसके बाद दुनियाभर में उनकी साख बढ़ेंगी.

बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने इसी हफ्ते संयुक्त सैन्य अभ्यास और दक्षिण चीन सागर समेत पानी की निगरानी रखने के लिए उच्च अमेरिकी तकनीक के ड्रोन विकसित करने लिए 5.2 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश की घोषणा की है.

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