मुलायम सिंह ने मेरे साथ ‘राजनीतिक वेश्या’ की तरह बर्ताव किया: अमर सिंह
लखनऊ: समाजवादी पार्टी से दूसरी बार निष्कासन होने के बाद अब राज्यसभा सदस्य अमर सिंह ने चुप्पी तोड़ते हुए सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उनके साथ ‘राजनीतिक वेश्या’ की तरह बर्ताव करते थे. एक दौर में सपा में मुलायम सिंह के बाद सबसे कद्दावर चेहरा रहे अमर सिंह ने कहा कि अब नेताजी के साथ उनका कोई भविष्य नहीं है.
जब पत्रकारों ने अमर सिंह से अब नेताजी के साथ संबंधों के बारे में पूछा तो अमर सिंह ने कहा, ”नेताजी चाहते थे कि मैं अंधेरा होने पर पीछे के दरवाजे से उनके घर में जाऊं और सबेरा होने से पहले वहां से चला जाऊं ताकि आजम खान और अखिलेश यादव मुझे देख न सकें.” इसके साथ ही सवालिया लहजे में कहा कि क्या इस तरह दो सम्मानित शख्सियतें मिलती हैं? अमर सिंह ने कहा, ”ऐसे तो वेश्या को बुलाया जाता है…ऐसे तो वेश्या आती-जाती है और मैं राजनीतिक वेश्या नहीं बनना चाहता.”
उल्लेखनीय है कि अखिलेश यादव द्वारा पार्टी की कमान संभालने के बाद इस साल जनवरी में अमर सिंह को पार्टी से निकाल दिया गया. इस पर अमर सिंह ने कहा कि अब वह जहां हैं, वहां खुश हैं. इसके साथ मुलायम सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने दो बार मेरा साथ छोड़ दिया. पहली बार 2010 में मुझे पार्टी से निकाला गया और दूसरा अबकी बार यूपी विधानसभा चुनाव से पहले निकाल दिया गया.
सपा में अब वापसी नहीं
कभी खुद को मुलायमवादी बताने वाले राज्यसभा सांसद अमर सिंह राजधानी लखनऊ में मंगलवार को एक फिल्म जेडी (जर्नलिज्म डिफाइन) के सिलसिले में आए थे. गोमतीनगर स्थित एक थिएटर में आयोजित पत्रकारवार्ता में अमर सिंह ने कहा कि वह अब सपा में नहीं जाएंगे. अगर मुलायम सिंह बुलाएं, तो भी वह नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा कि मैं सपा में न हूं और न ही कभी होऊंगा.
समाजवादी पार्टी में चल रहे अंतर्कलह को लेकर किए गए सवाल पर अमर सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी के अंदर चल रहे द्वंद्व में मेरी कोई भूमिका नहीं है. सपा के किसी भी धड़े से मेरा कोई मतलब नहीं है. जब मैं पार्टी में था, तो सारा दोष अंकल पर ही लगता था. उन्होंने कहा कि अब न नायक हूं और न ही खलनायक हूं. फिर कांटा क्यों लगा?