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कमलनाथ के निशाने पर फिर सरकारी अफसर

भोपाल। मप्र में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के बाद अब बीजेपी और कांग्रेस अगले साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव में कांग्रेस ने कई जिलों के कलेक्टरों और प्रशासनिक अधिकारियों पर बीजेपी के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने हफ़्ते भर पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सत्ता के इशारे पर काम करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की लिस्ट बनाने की बात कही थी। जीतू ने कहा था कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद ऐसे अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। पटवारी को अब इस मामले में पीसीसी चीफ कमलनाथ का भी साथ मिल गया है। कमलनाथ ने सत्ता के इशारे पर काम करने वाले अधिकारियों की सभी जिलों से जानकारी मंगाई है। 14 महीने बाद एमपी में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद नियम विरुद्ध काम करने वाले अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी।

कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सीधे कमलनाथ को भेजेंगे शिकायत

प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के अध्यक्ष कमलनाथ् ने सभी जिला अध्यक्षों (शहर और ग्रामीण) को पत्र लिखा है। नाथ ने कहा कि पंचायत और निकाय चुनाव में सत्ता के एजेंट की तरह काम करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों की लिखित शिकायत करने को कहा है। कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने नियम विरुद्ध काम करके सत्ताधारी दल के प्रत्याशियों को जिताने का काम किया ऐसी कई शिकायतें कमलनाथ के पास पहुंची हैं।

कमलनाथ का पत्र
कमलनाथ का पत्र

चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी काे बनाया शिकायत प्रभारी

पीसीसी में चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी को चुनाव शिकायत प्रभारी बनाया है। पीसीसी को शिकायत के साथ अधिकारी का नाम पदनाम और उसकी पदस्थापना की जगह और जिले की जानकारी लिखनी होगी। शहरी और ग्रामीण जिला अध्यक्ष सीधे कमलनाथ को शिकायत करेंगे। शिकायत के साथ सबूत भी साथ भेजने होंगे।

व्हाट्सएप और ईमेल से कर सकेंगे शिकायत

कमलनाथ ने शिकायत करने के लिए ईमेल जारी किया है। [email protected] और व्हाट्सएप नंबर 94259 83398 पर भी शिकायत कर सकते हैं।

मंत्री सारंग का पलटवार- हार को नहीं पचा पा रहे कमलनाथ

कमलनाथ का पत्र जारी होने के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कमलनाथ लगातार चुनाव हारने के बाद अधिकारी-कर्मचारियों पर बौखलाहट निकाल रहे हैं। जनता ने जो जनादेश दिया है उसे स्वीकारने के बजाए लगातार अधिकारियों को धमका रहे हैं। चार दिन पहले कमलनाथ कह रहे थे कि हमने बड़ी जीत दर्ज की है। अब ये पत्र जारी कर रहे हैं इस पत्र की भाषा सही है क्या?

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