व्यवसाय

माणिकचंद, राजश्री, आशिकी, विमल की अवैध फैक्ट्रियों में जीएसटी की टीम ने मारा छापा, ब्रांडेड गुटका कंपनियों के रैपर और सामग्री बरामद। बड़ी टैक्स चोरी की आशंका

राज्य जीएसटी की टीम ने इनपुट के आधार पर पहले दुर्ग ज़िले के चंद्रखुरी में छापा मारा। इस छापे की कार्यवाही के दौरान टीम के पहुँचने के पहले पैकिंग मैटेरियल को जला दिया गया

राज्य जीएसटी की टीम ने राज्य में अघोषित गुटखा फ़ैक्टरियों पर मारा छापा, ब्रांडेड गुटका कंपनियों के रैपर और सामग्री बरामद। बड़ी टैक्स चोरी की आशंका।

छत्तीसगढ़ GST: नक़ली गुटखा फ़ैक्ट्री पर छापा,सप्ताह भर के अंदर 3 व्यापारियों से 8 करोड़ की टैक्स वसूली की गई

Raipur। राज्य जीएसटी की टीम ने दुर्ग और राजनांदगाँव में दो अघोषित गुटका फ़ैक्टरियों पर छापा मारा है। राज्य जीएसटी की टीम को इन दोनों ही जगहों से बेहद बड़ी मात्रा में ब्रांडेड गुटखा कंपनियों के रैपर और गुटका बनाए जाने की सामग्री बरामद हुई है।राज्य जीएसटी की टीम कार्यवाही जारी रखे हुए हैं। एक अन्य कार्यवाही में राज्य जीएसटी ने तीन व्यापारियों से लगभग आठ करोड़ का टैक्स जमा कराया है।

कोमल फुड्स के नाम से संचालित है फैक्ट्री

राज्य जीएसटी की टीम ने इनपुट के आधार पर पहले दुर्ग ज़िले के चंद्रखुरी में छापा मारा। इस छापे की कार्यवाही के दौरान टीम के पहुँचने के पहले पैकिंग मैटेरियल को जला दिया गया लेकिन राज्य जीएसटी की टीम मौक़े पर पहुँच गई।फ़ैक्ट्री में सितार और माणिकचंद बैनर के रैपर और गुटखा का कच्चा माल सुपारी तंबाकू भी बड़ी मात्रा में बरामद हुआ है ।इसके साथ ही मिक्सर मशीन भी बरामद की गई है। कोमल फुड्स के नाम से संचालित इस फ़ैक्ट्री में कार्यवाही के दौरान टीम को राजनांदगाँव में भी फ़ैक्ट्री संचालन की जानकारी मिली, जिसके बाद वहाँ भी दबिश दी गई है।राजनांदगाँव की फ़ैक्टरी में भी गुटखा निर्माण के साक्ष्य मिलने का दावा जीएसटी विभाग ने किया है।

सर्वाधिक टैक्स है गुटखा और तंबाखू उत्पाद पर

राज्य जीएसटी के लिए यह कार्यवाही इसलिये भी अहम है क्योंकि राज्य में सर्वाधिक जीएसटी गुटखा पान मसाला और तंबाखू उत्पादों पर है।टैक्स के अतिरिक्त इन पर सेंस भी लगता है इसलिए इन में कर चोरी की आशंका सर्वाधिक रहती है।

तीन व्यापारियों से 8 करोड़ का टैक्स जमा कराया गया

एक अन्य कार्यवाही में बीते सप्ताह राज्य जीएसटी की टीम ने तीन व्यवसायिक परिसरों में दबिश दी।इन फ़र्मों में टैक्स की गड़बड़ी को आई टूल्स के द्वारा फ़्लैग किया जा रहा था।राज्य जीएसटी विभाग ने बताया है किन सभी तीनों व्यवसायिक परिसरों द्वारा आईटीसी क्लेम ज़्यादा करते हुए टैक्स कम जमा किया जा रहा था।जाँच के दौरान जीएसटी टीम ने स्टॉक में भी बड़ा अंतर पाया। तीनों ही व्यवसायिक परिसरों से आठ करोड़ रुपए का टैक्स जमा करवाया गया है।

अवैध फैक्ट्रियों में मुख्य रूप से बड़े पान मसाले के ब्रांड की सामग्री पाई गई जैसे राजश्री, आशिकी, विमल आदि।

Related Articles

Back to top button