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इस साल 50 टन सोना ज्‍यादा खपाएंगे भारतीय, जानिए WGC का क्‍या है अनुमान

नई दिल्‍ली । 2022 में भारत में सोने की खपत में और वृद्धि होने की उम्मीद है। बता दें कि मांग में कमी के कारण बीते साल डिमांड 79 प्रतिशत उछली थी। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) ने कहा कि उपभोक्ताओं के विश्वास में सुधार से खुदरा आभूषणों की बिक्री में तेजी देखी जा रही है। 2022 में सोने की खपत पिछले साल के 797.3 टन के मुकाबले 800-850 टन रहने की संभावना है।

पिछले 10 वर्षों में भारतीय मांग औसतन 769.7 टन रही

डब्ल्यूजीसी के भारतीय परिचालन के क्षेत्रीय मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोमसुंदरम पीआर ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारतीय मांग औसतन 769.7 टन रही है। दुनिया के दूसरे सबसे बड़े सोने के उपभोक्ता भारत में खपत में वृद्धि से वैश्विक कीमतों को मदद मिलेगी। लेकिन यह हमारे व्यापार घाटे को बढ़ा सकता है और रुपये पर दबाव डाल सकता है।

रत्न-आभूषण का निर्यात 29.08 अरब डॉलर का

दूसरी तरफ अमेरिका, हांगकांग, थाईलैंड जैसे प्रमुख देशों में अच्छी मांग के चलते रत्न और आभूषण का निर्यात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर के दौरान 5.76 प्रतिशत बढ़कर 29.08 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। रत्न एवं आभूषण निर्यात परिषद (जीजेईपीसी) ने कहा कि दिसंबर 2021 में निर्यात 29.49 फीसदी की वृद्धि के साथ 3.04 अरब डॉलर रहा।

सोने की त्योहारी मांग अधिक रही

जीजेईपीसी के चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा कि अमेरिका, हांगकांग, थाईलैंड और इजराइल जैसे प्रमुख व्यापार केंद्रों में अवकाश और त्योहारी मांग अधिक रही। यह रफ्तार वित्त वर्ष के अंत में भी जारी रहेगी और हम 41.67 अरब डॉलर के निर्यात के तय लक्ष्य के करीब पहुंच जाएंगे।’’ तराशे और पॉलिश वाले हीरों का निर्यात अप्रैल-दिसंबर 2021 के बीच 23 फीसदी बढ़कर 18 अरब डॉलर तथा स्वर्ण आभूषणों का निर्यात 25.41 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 6.91 अरब डॉलर पर पहुंच गया।

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