ग्रामीण क्षेत्र में शुद्ध पेयजल की स्थाई व्यवस्था के लिए बनाई गई जल सुरक्षा एवं संरक्षण योजना
राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग द्वारा यूनिसेफ एवं प्रायमूव के सहयोग से मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में विकास खंड महू के विभिन्न ग्रामों में जल सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए कार्ययोजना तैयार की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य विश्वस्तरीय स्थाई विकास लक्ष्य क्रमाक 06 के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र में शुद्ध एवं स्थाई पेयजल उपलब्ध कराना है।
कार्यपालन कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खण्ड इंदौर ने बताया कि इस हेतु महू विकास खंड के 5 ग्रामो का चयन किया गया है। जिसके तहत ग्राम सोनवाय एवं डोगरगांव में पूर्व में कार्य योजना तैयार की जा चुकी है, एवं ग्राम पंचायत जाम बुजुर्ग के ग्राम घोडाखुर्द, बुरालिया एवं जामबुजुर्ग में पिछले एक सप्ताह से टीम द्वारा भ्रमण कर कार्य योजना तैयार की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कार्य योजना को ग्रामीण सहभागिता अनुश्रवण पी.आर.ए टूल के उपयोग से तैयार किया गया जिसमें सर्वप्रथम ग्रामीणो से चर्चा कर उन्ही के सहयोग से ग्राम का सामाजिक नक्शा तैयार किया जाता है तत्पश्चात नक्शों की सहयता से ग्राम में भ्रमण कर पेयजल एवं स्वच्छता व्यवस्था की स्थिति का आंकलन किया जाता है। उसकी कार्य योजना तैयार की जाती है ग्रामीणों को पेयजल रखरखाव एवं स्वच्छता जागरूकता की समझाईश भी दी जाती है एवं ग्राम का संसाधन नक्शा तैयार कर कार्ययोजना पूर्ण की जाती है। इसके क्रियान्वयन के लिए ग्रामीण विकास से संबंधित सभी विभाग का सहयोग लिया जायेगा।
इसके अतिरिक्त ग्रामों में क्लीनवेट वितरण कर उसके उपयोग की समझाईश भी दी जा रही है तथा हैण्डपम्पों एवं अन्य स्त्रोतो का क्लोरीनेशन भी किया जा रहा है।